बिहार में लगातार बढ़ रहे तापमान के मद्देनजर मुजफ्फरपुर जिले के एइएस प्रभा’वित पांच प्रखंडों में अल’र्ट जारी किया गया है। कांटी, मीनापुर, बोचहां, पारू और मोतीपुर के पीएचसी प्रभारियों को बढ़ती गर्मी को देखते हुए अल’र्ट रहने को कहा गया है। एसकेएमसीएच के पीआइसीयू वार्ड में भर्ती पांच साल के बच्चे की मौ’त बुधवार को हो गयी। जिसके बाद अब विशेष अल’र्ट जारी है।
गर्मी बढ़ते ही बच्चे एइएस से पी’ड़ित होकर पीकू में भर्ती हो रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, डॉक्टरों की टीम प्रखंडों में बच्चों की स्वास्थ्य जांच के साथ-साथ घर-घर में बच्चों का क्या ख्याल रखा जाये, इसकी जानकारी देंगे। आशा व एएनएम घर-घर जाकर ओआरएस के पैकेट दे रही हैं। साथ ही बच्चों का स्वास्थ्य कैसा है, अगर किसी बच्चे को बु’खार या चम’की बु’खार के ल’क्षण मिलते हैं, तो उनका इलाज प्रथम चरण में यह डॉक्टरों की टीम करेगी।
जिले के कांटी, मीनापुर, बोचहां, पारू और मोतीपुर में एइएस से सबसे अधिक बच्चे पी’ड़ित हुए हैं। सीएस ने कहा कि इन प्रखंडों में जागरूकता के साथ-साथ डॉक्टरों की टीम प्रथम स्टेज में बच्चों की देखरेख कर दें, तो बीमारी पर अंकुश लगाया जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग इस बार एइएस से एक भी बच्चे की मौ’त जिले में ना हो इसके लिये तैयारी में लगा हैं।
ख़बरों के मुताबिक, गुरुवार को एइएस की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक सदर अस्पताल में होगी। प्रभारी सिविल सर्जन डॉ सुभाष कुमार पीएचसी प्रभारियों के साथ करेंगे। बैठक में अपने प्रखंड के लोगों को इसके ल’क्षण और इलाज के प्रति जागरूक, एइएस पर व्यापक रूप से जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया जायेगा। समीक्षा बैठक में एइएस के संबंध में अद्यतन स्थिति की विस्तार से जानकारी दी जायेगी।
समीक्षा बैठक में पीएचसी प्रभारियों को पर्याप्त संख्या में एंबुलेंस और दवाओं की व्यवस्था रखने व डाॅक्टरों की उपस्थिति की जानकारी ली जायेगी। रात की ड्यूटी में भी डाक्टरों की मौजूदगी सुनिश्चित की जायेगी। समीक्षा के दौरान आशा को एइएस किट दी जायेगी। किट में ओआरएस, अन्य आवश्यक दवाओं के साथ ग्लूकोमीटर व बच्चों का बीपी नापने वाली मशीन रहेगी। सीएस ने कहा कि एइएस के प्रति पूरी सतर्कता बरतने, एइएस से प्रभावित बच्चों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने की सारी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने पर बल दिया जायेगा।
Be First to Comment