मुजफ्फरपुर में बेला रोड स्थित कुरकुरे-मैगी फैक्ट्री में बॉयलर फ’टने से 10 से ज्यादा लोगों की मौके पर ही मौ’त हो गयी, व बड़ी संख्या में लोग घा’यल हुए हैं। जिन्हें अस्पताल में बेहतर इलाज के लिए भर्ती किया गया हैं। ख़बरों के अनुसार, घायल कर्मचारियों ने घटनास्थल का आंखों- देखा हाल बताया। घा’यल सत्यम कुमार, (खैरवा शिवहर) ने भयावह घ’टना के बारे में कहा कि बॉयलर फ’टने से उनके साथ काम कर रहे अन्य मजदूरों के ची’थड़े उड़ गए। टुकड़ों में बटे श’वों को देखा नहीं जा रहा था। मेरे दोनों पैर म’लबे में दब चुके थे। इस कारण फैक्ट्री से भाग नहीं सका। मैं नूडल्स फ्राई करने वाली जगह पर था। बॉयलर के पास काम करने वाले अधिकतर मजदूर की मौ’त की चर्चा से डर गया। घायल कुंदन कुमार, (मुशहरी) ने बताया कि नूडल्स फैक्ट्री में मेंटेनेंस कार्य के लिए रविवार को हमलोगों को बुलाया गया था। मेंटेनेंस के दौरान बॉयलर फ’टने से मेरे साथ काम कर रहे मजदूरों की कुछ पलों में ही मौ’त हो गई। मेरा सिर म’लबा की च’पेट में आ गया। मैं ज’ख्मी होने के बाद बे’होश हो गया। अस्प’ताल में आने पर होश आया।घा’यल कर्मचारी, विशाल कुमार (नरकटियागंज) ने कहा कि रोजाना की तरह हमलोग रविवार को सुबह फैक्ट्री में काम कर रहे थे। इस दौरान तेज ध’माके की आवाज से हमलोग कुछ समझ पाते कि इससे पहले ही म’लवे की ढेड़ में दब गए। साथ काम करने वाले मजदूर भी दबे थे। बचाने वाला भी कोई नहीं था। आसपास के मजदूरों द्वारा शोर मचाये जाने पर सांस लौटी।घा’यल कर्मचारी महादेव सदा, (हरलाख मधुबनी) ने भी आंखो-देखा हाल बताया कि मेरे सिर पर अचानक फैक्ट्री का छत गि’रा। इसमें मैं व अन्य मजदूर दब गए। छत पर म’लवा जमा हो जाने से हमलोग बाहर नहीं आ पा रहे थे। बाहर से आ रही चि’ख व शो’र से हमलोग और अधिक द’शहत में आ गए थे। किसी तरह हिम्मत जुटाकर छत व मलवा का हटाकर बाहर निकले। इसके बाद स्थिति देखकर रौं’गटे खड़े हो गए।
घा’यल कर्मचारी संजीव कुमार साफी, (बासोपट्टी बधुबनी) ने कहा कि सुबह नौ बजे से फैक्ट्री में काम शुरू किया। करीब 45 मिनट तक काम करने के बाद अचानक जोर से धमा’का हुआ। इसके बाद हमलोगों पर फैक्ट्री की छत व दीवाल क्षति’ग्रस्त होकर गिर’ने लगा। बॉयलर का टूकड़ा भी तेजी से आकर हमलोगों को लगा। हमलोग दह’शत में थे। इस बीच हमलोग चिल्लाते हुए भागने की कोशिश की।
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