कोरोना वायरस के संक्रमण के दौरान नासिर चिनिओती (Nasi Chinioti) नाम के एक पाकिस्तानी ट्विटर यूज़र ने दो तस्वीरें पोस्ट कीं. पहली में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन थे और दूसरी में एक सड़क पर घूमता हुआ शेर दिखाई दे रहा था. साथ में दावा था कि पुतिन ने अपने देश में 800 शेरों को बाहर खुला छोड़ दिया है जिससे लोगों की आवाजाही को कंट्रोल किया जा सके. नासिर ने पुतिन के इस कदम की तारीफ़ की और कहा कि इससे लोग वाकई अपने घर में रहेंगे.
सड़क पर घूमते शेर की तस्वीर एक और ट्विटर यूज़र ने इसी दावे के साथ पोस्ट की थी. हमरा टीवी के फ़ेसबुक पेज ने इसी तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, “राष्ट्रपति पुतिन ने 800 शेर और बाघ खुले छोड़ दिए हैं जिससे लोग अपने-अपने घरों के अंदर ही रहें.” फ़ेसबुक पर इसे 1200 के आस-पास शेयर मिले और ट्वीट्स को लगभग 34,000 लोगों ने रीट्वीट किया.
#Covid_19#StayAtHome
Vladimir Putin has given Russians two options.You stay at home for 2 weeks or you go to jail for 5years.
No middle ground.RUSSIA: Vladimir Putin has Dropped 800 tigers and Lions all over the Country to push people to stay Home.. Stay Safe Everyone!! pic.twitter.com/vI1NSpe5TR
— Nasir Chinioti ناصر چنیوٹی (@_Chinioty) March 22, 2020
लॉर्ड शुगर, जो कि एमशॉल्ड ग्रुप के चेयरमैन हैं, ने भी ये तस्वीर ट्वीट की और साथ में लिखा, “क्या ये अंत है?” इस ट्वीट के साथ उन्होंने एक न्यूज़ चैनल के कथित स्क्रीनशॉट को भी पोस्ट किया और दावा किया कि रूस ने लोगों को घर के अंदर रहने पर मजबूर करने के लिए 500 से भी ज़्यादा शेरों को सड़क पर छोड़ दिया है. इस ट्वीट को 5,500 रीट्वीट मिले हैं. कई और फ़ेसबुक और ट्विटर यूज़र्स ने भी इसे पोस्ट किया है. उनका दावा भी यही है.
फ़ैक्ट-चेक
गूगल पर एक रिवर्स इमेज सर्च से हमें अप्रैल 2016 को इंटरनेट पर अपलोड की गयी तस्वीर मिली. ये तस्वीर साउथ अफ़्रीका के जोहांसबर्ग शहर की है और हाल ही मैं चल रहे कोरोनावायरस के संक्रमण से इसका कोई लेना देना नहीं है. फ़ेसबुक पेज CICA – Crime Intelligence and Community Awareness – South Africa ने 13 अप्रैल, 2016 को तस्वीर अपलोड करते हुए कहा, “ये पुरानी ख़बर हो चुकी है लेकिन अगर आपने अभी तक इसे नहीं देखा तो ये एक शेर है जो कि पिछली रात जोहांसबर्ग CBD के ब्रामीज़ में घूम रहा था.”
ये शेर जोहांसबर्ग के रिहायशी इलाक़े में घूम रहा था. डेली मेल की एक रिपोर्ट के अनुसार इस इलाके में रहने वाले लोगों को ये विश्वास दिलाया गया कि यहां अब कोई भी शेर खुला नहीं घूम रहा है और असल में इसे प्रोडक्शन के लोग किसी वीडियो शूटिंग के लिए लाये थे. “कोलंबस को पास के ही लॉयन पार्क से मांगकर लाया गया था और ये इलाका पूरी तरह से घेरे में रखा गया था. ये जानवर कई ऐड्स में आ चुका है और असल में ये बहुत ही शांत है.”
इसके अलावा, इस दावे की ख़बर के जो स्क्रीनशॉट चल रहे हैं, इन्हें ‘ब्रेकिंग न्यूज़’ का कॉन्टेंट बनाने वाली वेबसाइट पर आसानी से बनाया जा सकता है. यही स्क्रीनशॉट लार्ड शुगर ने पोस्ट किया था.
हाल ही में मॉस्को टाइम्स में छपे एक आर्टिकल के मुताबिक़ रूस में कोरोना वायरस के पॉजिटिव पाए गए केसेज़ में भारी उछाल आया है. यहां संख्या 367 तक पहुंच गयी है. मॉस्को टाइम्स एक इंडिपेंडेंट मीडिया आउटलेट है. मार्च में इन्होने कहा था, “मॉस्को के अधिकारियों ने शहर को लॉकडाउन में भेजने की आशंका से इनकार किया है. मेयर सर्जाई सोब्यानिन ने कहा कि शहर की मेट्रो बंद नहीं होगी.” इसलिये ये दावा कि रूस की सरकार ने शहर को बंद रखने के लिए, लोगों को घर में रखने के लिए सड़कों पर शेर खुले छोड़ दिए हैं, ग़लत साबित होता है. पत्रकार ब्रायन मैकडोनल्ड ने बताया कि जहां यूरोप में ज़्यादातर देश बंद हैं वहीं रूस में बार और क्लब्स अभी भी खुले हुए हैं.
अंत में, ये पक्के तौर पर कहा जा सकता है कि साउथ अफ़्रीका के जोहांसबर्ग शहर में सड़क पर घूम रहे एक शेर की तस्वीर को रूस में लोगों को घरों में बंद रखने के लिए खुले छोड़े गए शेरों के झूठे दावों के साथ शेयर किया गया. ये बात कि रूस में 800 शेरों को खुला छोड़ा गया है, सरासर ग़लत है.
Source: Altnews
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