विदेश से आने वाले सभी व्यक्तियों की जांच हर हाल में करायी जाएगी। यह निर्देश स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने दिया। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति विदेश से आए हैं और उनमें कोरोना वायरस कोविड-19 के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, वह स्वास्थ्य विभाग, सिविल सर्जन अथवा अधिकृत मेडिकल कॉलेजों से जरूर संपर्क करें।
कुमार बुधवार को विभागीय सभागार में बिहार सरकार, आईएमए, बिहार, विश्व स्वास्थ्य संगठन व राज्य स्वास्थ्य समिति के प्रमुख पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बैठक में कोरोना को राज्य सरकार द्वारा महामारी घोषित करने एवं इसे संबंधित विभिन्न बिंदुओं की जानकारी दी। कहा कि सभी डॉक्टर कोरोना की रोकथाम के लिए जागरूकता, कम से कम घर से बाहर निकलना, हाथ को बार-बार साबुन अथवा सैनेटाइजर से साफ करने के प्रचार-प्रसार में सहयोग करें।
उन्होंने डॉक्टरों से भविष्य में जरूरत पड़ने पर चिकित्सकी सुविधाएं प्रदान करने का आग्रह भी किया। उन्होंने प्राइवेट अस्पतालों में भीड़ नियंत्रण की आवश्यकता भी जतायी। आईएमए, बिहार की ओर से इस महामारी से निबटने में हर संभव सहयोग करने का आश्वासन दिया गया। साथ ही बिहार सरकार से मास्क, सैनेटाइजर एवं अन्य सुरक्षात्मक सामान ज्यादा से ज्यादा सुलभ कराने का आग्रह किया गया।
बैठक में बिहार सरकार, आईएमए, बिहार एवं प्राइवेट अस्पतालों के बीच वाट्सएप एवं अन्य माध्यमों से लगातार संपर्क बनाये रखने पर सहमति बनी। राष्ट्रीय आइएमए ने कोरोना से संबंधित जागरूकता के प्रसार के निर्देश की जानकारी दी। बैठक में आइएमए, बिहार के अध्यक्ष डॉ. बिमल कुमार कारक, डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह, डॉ. अजय कुमार, डॉ. अमरकांत झा अमर, डॉ. ब्रजनंदन कुमार एवं सचिव डॉ. सुनील कुमार आदि मौजूद रहे।
Be First to Comment