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MUZAFFARPUR: चमकी-बुखार (AES) पर प्रभावी नियंत्रण के लिए प्रशासन तैयार, DM की अध्यक्षता में हुई कोर कमेटी की बैठक

एईएस/चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण और इलाज को लेकर जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष की अध्यक्षता में जिला स्तरीय एईएस/जेई कोर कमेटी की बैठक हुई. समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने विभिन्न विभागों और कमेटियों के कार्यों की समीक्षा की. साथ ही एईएस को लेकर गठित एईएस एवं प्रत्यक्ष कार्रवाई विंग व पॉलिसी विंग समेत सभी विंग के कार्य एवं दायित्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी.

जिलाधिकारी ने सभी स्तरों पर दवा, इलाज व उपकरणों की उपलब्धता तथा प्रशिक्षण आदि की जानकारी ली. जिलाधिकारी ने कहा की एईएस /चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर बनाई गई कार्य योजना को धरातल पर उतारने के लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है. कहा कि जिला स्तरीय कोर कमेटी के अतिरिक्त पांच उप समितियां विभिन्न अधिकारियों की अध्यक्षता में बनाई गई हैं. मैटरनल एवं शिशु स्वास्थ्य केयर सेंटर बनकर तैयार है. पीआईसीयू का निर्माण किया जा रहा है.

 

 

एसकेएमसीएच में मैटरनल व शिशु स्वास्थ्य केयर सेंटर बन कर तैयार, पीआईसीयू का काम तेज

डीएम ने बताया कि एसकेएमसीएच में मैटरनल एवं शिशु स्वास्थ्य केयर सेंटर बनकर तैयार है। इसके अलावा पीआईसीयू का निर्माण युद्धस्तर पर किया जा रहा है तथा अप्रैल के अंत तक इसकाे पूरा कर दिया जाएगा। यह दो ऐसी नई व्यवस्था हैं जो पूरी तरह से आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे। इसमें सभी आवश्यक यंत्र, उपकरण उपलब्ध होंगे। चिकित्सक एवं एंबुलेंस की शॉर्टेज इस वर्ष नहीं हाेगी। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सभी स्वास्थ्य उप केंद्रों में कुल 326 स्थानों पर दीवार लेखन का कार्य पूर्ण हाे गया है। दिल्ली में एक चिकित्सा अधिकारी प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। एक चिकित्सक एवं तीन स्टाफ नर्स प्रशिक्षण हेतु रवाना हो चुके हैं। एईएस वार्ड आवश्यक दवाओं एवं उपकरणों के साथ कार्यरत रहेगा।

उपसमितियों को चिकित्सा कार्यों के लिए हर सुविधाएं उपलब्ध कराने का मिला जिम्मा

उपसमितियों में प्रत्यक्ष कार्रवाई विंग, पॉलिसी विंग, सपोर्ट विंग, फंड मैनेजमेंट समेत रिसर्च को-ऑर्डिनेटिंग विंग शामिल हैं। इन्हें चिकित्सक कार्य में किसी प्रकार की कमी नहीं रहने देने के साथ ही मॉनिटरिंग करते हुए सभी गतिविधियों की विस्तृत जानकारी देनी है। बैठक में जिप अध्यक्ष इंदिरा देवी, नगर आयुक्त मणेश मीणा, डीडीसी उज्ज्चल सिंह, सीएस डॉ. शैलेश प्र. सिंह, शिशु राेग विभागाध्यक्ष डाॅ. गाेपाल शंकर सहनी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कुमार अालाेक, डीईओ डॉ. विमल ठाकुर, जिला जनसंपर्क अधिकारी कमल सिंह, प्रशासक केजरीवाल हॉस्पिटल बीबी गिरि, सचिव रेडक्रॉस उदय शंकर सिंह समेत डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, केयर इंडिया व जीविका प्रतिनिधि उपस्थित थे।

10 वर्ष तक के 3.51 लाख बच्चों के टीकाकरण को अभियान जारी, 158287 का हो चुका पूरा

डीएम ने विशेष जेई वैक्सीनेशन कार्यक्रम में एक से 10 वर्षों के बीच के सभी 351500 बच्चों का टीकाकरण अभियान जारी रहने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इसमें 158287 बच्चों का टीकाकरण हा़े चुका है तथा बांकी का अगले माह तक पूरा कर लिया जाएगा। फरवरी के अंत तक सभी चिकित्सा अधिकारी को जिला स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रभावित पांच प्रखंडों के 291 गांव, वार्डों में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जिले के 21 निजी संस्थानों को आयुष्मान भारत पीएम जन आरोग्य योजना से संबद्ध किया गया है। इससे 89 हजार 451 परिवारों को गोल्डन कार्ड दिया जा चुका है तथा पंचायत स्तर पर नियुक्त कार्यपालक सहायकों को बायोमेट्रिक डिवाइस उपलब्ध कराते हुए योग्य लाभुकों का गोल्डन कार्ड बनाने का निर्देश दिया गया है।

डीएम – बचाव उपायों को धरातल पर उतारने के लिए सभी विभाग मिलकर करें पहल

 

(इस खबर को  मुजफ्फरपुर न्यूज़ टीम ने संपादित नहीं किया है. यह भास्कर फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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