पटना : बिहार में भारतीय जनता पार्टी में शह-मात का जबरदस्त खेल चल रहा है. पार्टी में एक साथ कई गुट बन गये हैं. ये गुट एक दूसरे के साथ शह-मात का खेल खेलने में लगे हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के बिहार दौरे में भी पार्टी की गुटबंदी साफ साफ देखने को मिली. सम्राट चौधरी और मंगल पांडेय ने डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा के साथ साथ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और मंत्री दिलीप जायसवाल को जेपी नड्डा के कार्यक्रम से आउट कर दिया।
दरअसल, बिहार दौरे पर पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को कई कार्यक्रमों में शामिल होना है. नड्डा को शुक्रवार को सबसे पहले पटना में आईजीआईएमएस में रीजनल आई सेंटर के साथ साथ कई कार्यक्रमों का उद्घाटन और शिलान्यास करना था. उसके बाद उन्हें भागलपुर मेडिकल कॉलेज में 200 बेड वाले सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का भी उद्घाटन करना था. इसी कार्यक्रम में विजय कुमार सिन्हा के साथ साथ दिलीप जायसवाल के साथ भी खेल हो गया.
दरअसल, बिहार में जेडीयू और बीजेपी की सरकार बनने के बाद ये परंपरा रही है कि बड़े सरकारी आयोजनों में दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा को विशिष्ट अतिथि के तौर पर बुलाया जाता है. सरकार की ओर से छपने वाले विज्ञापनों में भी दोनों का नाम होता है. शुक्रवार को भी पटना के आईजीआईएमएस में जो कार्यक्रम हुआ, उसमें जेपी नड्डा और सीएम नीतीश कुमार के साथ साथ दोनों डिप्टी सीएम विशिष्ट अतिथि थे. लेकिन भागलपुर में खेला हो गया.
भागलपुर में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के उद्घाटन कार्यक्रम में डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा को न्योता तक नहीं दिया गया. इस कार्यक्रम को लेकर सरकार ने जो विज्ञापन छपवाया उसमें विजय सिन्हा का नाम नहीं दिया गया. वहीं, मंच पर लगे बैनर-पोस्टर में भी डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा का नाम नहीं था. इस कार्यक्रम में बिहार के सिर्फ एक डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को आमंत्रित किया गया. उनका नाम ही सरकारी विज्ञापन और बैनर-पोस्टर में छपा दिखा.
भागलपुर के कार्यक्रम में राज्य सरकार के दो मंत्रियों संतोष कुमार सिंह के साथ साथ जयंत राज को आमंत्रित किया गया. उन दोनों का नाम विज्ञापनों में भी छपा. लेकिन बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के भूमि सुधार औऱ राजस्व मंत्री दिलीप जायसवाल का भी नाम अतिथियों की सूची में शामिल नहीं था. बीजेपी के एक नेता ने बताया कि दिलीप जायसवाल अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यक्रम में रहना चाहते थे. वे राज्य सरकार के मंत्री हैं और उन्हें इस नाते कार्यक्रम में बुलाया जा सकता था. लेकिन जायसवाल को छांट दिया गया.
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