पटना: देश में एनडीए की सरकार तीसरी बार बनने के बाद बिहार से आठ सांसदों को मंत्री बनाया गया है। इनमें से 4 को कैबिनेट मंत्री और 4 को राज्य मंत्री बनाया गया है। साथ ही विभिन्न विभागों का बंटवारा भी हो चुका है. आरजेडी का आ’रोप है कि बिहार के मंत्रियों को महत्वपूर्ण विभाग नहीं दिए गए हैं, जिससे उनके मुताबिक उन्हें झुनझुना थमा दिया गया है।
इसी संदर्भ में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के नेता और मंत्री मदन सहनी ने एक बयान दिया। तेजस्वी यादव के बयान पर टिप्पणी करते हुए मदन सहनी ने कहा कि प्रधानमंत्री ही तय करते हैं कि किसे कौन सा विभाग दिया जाता है. काम किसी भी विभाग में हो सकता है, लेकिन यह कहना गलत है कि बिहार को झुनझुना थमा दिया गया है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जेडीयू के मंत्रियों के पास अपने विभागों में बहुत काम करने की क्षमता और अवसर हैं और वे अपने कार्यों से देश और बिहार दोनों का विकास करेंगे।
मदन सहनी ने अपने बयान में कहा कि केंद्र में जेडीयू को जो विभाग मिले हैं, उससे वे संतुष्ट हैं और उनमें कोई नाराजगी नहीं है. उन्होंने कहा कि जो मंत्रालय ललन सिंह और रामनाथ ठाकुर को मिले हैं, उनमें पूरे देश के लिए काम करने की बहुत संभावनाएं हैं. इन विभागों के माध्यम से बिहार सहित पूरे देश में तेजी से विकास होगा. जो विभाग जेडीयू को मिले हैं, उनमें जनता के लिए बहुत काम किया जा सकता है और इन मंत्रालयों में बहुत स्कोप है।
रेल मंत्रालय के बारे में मदन सहनी ने कहा कि जेडीयू को यह मंत्रालय मिलने की चर्चा इसलिए हो रही थी क्योंकि पहले यह मंत्रालय बिहार के नेताओं के पास रहा है. नीतीश कुमार, लालू यादव और रामविलास पासवान के पास यह मंत्रालय रह चुका है. उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी को भी रेल मंत्रालय मिलने का मतलब यह नहीं है कि वह सिर्फ अपने घर के आसपास ही काम करेगा. रेल मंत्रालय का काम पूरे देश के लिए होता है. उन्होंने यह भी कहा कि जेडीयू से एक केंद्रीय कैबिनेट मंत्री और एक राज्य मंत्री बनाए गए हैं और आगे और मंत्री बनाए जाएंगे या नहीं, यह नीतीश कुमार तय करेंगे।
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