PATNA : बिहार विधानसभा के इस चुनाव में पहली बार संविदाकर्मियों को भी चुनाव ड्यटी पर लगाया जाएगा। राज्य निर्वाचन विभाग की अनुशं’सा पर चुनाव आयोग ने इसकी सश’र्त मंजू’री दे दी है। आयोग की मंजू’री मिलने के बाद कर्मियों की कमी से जू’झ रहे निर्वाचन विभाग को बड़ी राहत मिली है। कोरो’ना का’ल में सोशल डिस्र्टेंं’सग की बा’ध्य’ता के कारण डेढ़ गुना ब’ढ़े मतदान केंद्रों के लिए कर्मियों की क’मी मह’सूस की जा रही थी।
चुनाव आयोग के सचिव प्रमोद कुमार शर्मा ने संविदाकर्मियों की तैनाती का आदेश जारी कर दिया है। आयोग के आदेश के बाद अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी जिलों को संविदाकर्मियों की भी सूची बनाने का निर्दे’श जारी किया है, ताकि उन्हें विधानसभा चुनाव में मतदान केंद्रों पर तैनात किया जा सके। हालांकि चुनाव आयोग ने शर्त लगा दी है कि संविदा कर्मी दं’डाधिकारी, पीठासीन पदाधिकारी या माइक्रो ऑब्जर्वर के पद पर तैनात नहीं होंगे। बाकी सभी पदों पर वे चुनाव के लिए प्रतिनि’युक्त किये जा सकेंगे।
आयोग ने कार्मिक कोषांग को उनकी सूची बनाने व उसे एनआईसी के पोर्टल पर अपलोड करने को कहा है, ताकि चुनाव में उनकी तैनाती की जा सके। यह पहली बार है जब बिहार चुनाव में संवि’दाकर्मियों की भी तैनाती की जाएगी।
विज्ञान एवं प्रावैद्यिकी विभाग का अनुरो’ध खा’रिज
निर्वाचन विभाग ने राजकीय अभियंत्रण, राजकीय पॉलिटेक्निक व महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज के शिक्षकों को चुनाव ड्यूटी से अलग रखने के अनुरो’ध को खा’रिज कर दिया है। विज्ञान एवं प्रावैद्यिकी विभाग के अपर मुख्य सचिव ने चुनाव आयोग से यह मां’ग की थी। अपर मुख्य निर्वाधन पदाधिकारी ने कहा है कि कोरो’ना महामा’री के कारण राज्य में 45 फीसदी अतिरिक्त सहायक मतदान केंद्रों की स्थापना की गई है। इसलिए मतदान संपन्न कराने के लिए बड़े पैमाने पर कर्मियों की क’मी पड़ रही है। ऐसे में राजकीय अभियंत्रण, राजकीय पॉलिटेक्निक व महिला पॉलिटेक्निक के शिक्षक को कर्मियों को चुनाव से अलग नहीं रखा जा सकता। आयोग के इस क’ड़े रुख के बाद उन सभी विभागों को झ’टका लगा है, जो खुद को चुनाव ड्यूटी से अलग रखने की मां’ग कर रहे थे।
आठ लाख चुनाव कर्मियों के लिए सेनेटाइ’जर, मास्क व पी’पीई कि’ट दें
चुनाव तैयारियों के तहत आयोग ने राज्य स्वास्थ्य समिति को बड़ा निर्दे’श दिया है। आयोग ने आक’लन किया है कि इस चुनाव में 816710 मतदानकर्मी व सु’रक्षाब’लों को लगाया जाएगा। आयोग ने स्वा’स्थ्य विभाग को इन कर्मियों के लिए सैनेटा’इजर, मा’स्क, पी’पीई किट उपलब्ध कराने का निर्दे’श दिया है। सीईओ एच श्रीनिवास ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को कहा है कि 10 सितम्बर तक हर हाल में प्रत्येक जिले को स्वास्थ्य सामग्री उपलब्ध करा दी जाए। निर्दे’श में यह भी कहा गया है कि मतदान केंद्र पर र्वोंटग के लिए कोरो’ना संक्र’मित मतदाता भी आ सकता है, इसलिए प्रत्येक मतदान केंद्र पर पीपी’ई किट भी उपलब्ध कराई जाए। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने इसको लेकर बीएमआईसीएल को सभी जिले को स्वा’स्थ्य सुरक्षा सामग्री 10 सितम्बर तक उपलब्ध कराने का आदेश दिया है।
छह लाख से अधिक मतदानकर्मियों की जरूरत
चुनाव के लिए हुए आक’लन के अनुसार इस बार राज्य में सवा छह लाख से अधिक मतदान कर्मियों की आव’श्यकता है। इससे पहले के चुनावों में राज्य में कुल बूथों की संख्या 72723 थी, लेकिन सोशल डिस्र्टेंंसग के कारण इस विधानसभा चुनाव में राज्य में 33804 सहायक मतदान केंद्र बढ़ गए हैं। हर मतदान केंद्र पर यदि चार मतदान कर्मियों की संख्या जोड़ लें तो पिछले चुनाव से कम से कम डेढ़ लाख मतदान कर्मियों की अतिरिक्त आव’श्यकता पड़ेगी। यदि संवि’दा कर्मियों की तैनाती नहीं होती तो चुनाव के लिए स्थायी कर्मचारी कम पड़ रहे थे। इसको देखते हुए निर्वाचन विभाग ने आयोग से संवि’दाकर्मियों के तैनाती की अनु’मति मां’गी थी।
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