पटना: बिहार के चौथे कृषि रोड मैप पर राजनीति तेज हो गई है। इसकी सफलता पर बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सवाल खड़ा कर दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह के बयान की याद दिलाई है। सुधाकर सिंह ने विभागीय मंत्री रहते नीतीश कुमार के पिछले तीन कृषि रोड मैप पर सवाल उठाया था। नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि यह एक चुनावी छलावा है जिसमें योजनाएं कागजों पर बनती हैं और कागज पर ही लागू की जाती हैं। चौथे कृषि रोड मैप का भी पिछले तीन की तरह बुरा हश्र होगा।नेता प्रतिपक्ष ने सुधाकर सिंह के बयान को फिर से ताजा कर दिया है। भभुआ में किसानों की एक सभा में सुधाकर सिंह ने कहा था कि विभाग में सब चोर है। कोई किसानों की भलाई के लिए काम नहीं करता, केवल चोरी करने में लगे रहते हैं। उन्होंने विभागीय मंत्री के रूप में खुद को चोरों का सरदार बताया था। नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि आज भी वही हाल है। बल्कि स्थिति और खराब हो गयी है। बिहार में कृषि रोड मैप सरकार के 12 विभागों द्वारा धन उगाही का जरिया बन गया है। साल 2008 से कृषि रोड मैप शुरू हुआ, लेकिन अभी भी बिहार के किसान आमदनी में देश के सबसे निचले राज्यों में हैं। उन्होंने कहा है कि सरकार को श्वेत पत्र जारी करना चाहिए।
इससे पहले बीजेपी राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने भी कृषि रोड मैप के कार्यान्वयन पर सवाल उठाया था। बता दें कि पटना में बुधवार को राज्य के चौथे कृषि रोड मैप का लोकार्पण राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया। इस दौरान राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे। सीएम नीतीश ने कहा कि बिहार के किसानों के लिए यह अंतिम कृषि रोड मैप काफी लाभकारी साबित होगा।
Be First to Comment