रोहतास: रोहतास के इंद्रपुरी में अचानक सोन नदी का जलस्तर बढ़ गया और नदी में बालू निकालने गये दो दर्जन से अधिक ट्रक पानी में ही फंस गए. जिससे अफरातफरी की स्थिति बन गयी. इंद्रपुरी बराज से एक बारगी 6000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से कटार घाट पर सोन नदी में बालू निकालने गये 28 ट्रक पानी में फंस गये. इनमें दो ट्रक पूरी तरह पानी में डूब गये. ट्रकों के चालक व खलासी किसी तरह जान बचाकर निकल गये. शुक्रवार की सुबह से प्रशासन, पुलिस और बालू घाट संचालक के कर्मचारी सोन नदी में फंसे ट्रकों को निकालने की कवायद में लगे हरे।
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार की देर शाम तक राहत कार्य चलाने के बावजूद ट्रकों को निकाला नहीं जा सका है. हालांकि, राहत कार्य में जुटीं सीओ अनामिका कुमारी ने कहा कि जल्द ही रास्ता बनाकर सोन नदी में फंसे ट्रकों को निकाल लिया जायेगा. रास्ता बनाने के लिए पोकलेन, हाइड्रा, जेसीबी मशीनें लगायी गयी हैं. किसी के हताहत की सूचना नहीं है. सोन नदी में पानी की आवक को रोकने के लिए जल संसाधन विभाग से संपर्क किया गया है.
बालू खनन के लिए 30 जून का अंतिम समय था. रात 12 बजे से सोन नदी में बालू खनन बंद हो जायेगा. अधिक से अधिक बालू निकासी के लालच में इतनी बड़ी संख्या में ट्रक सोन नदी में करीब एक किलोमीटर अंदर चले गये थे. गुरुवार की रात करीब 10 बजे इंद्रपुरी बराज से करीब 6000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से सोन नदी में जलस्तर बढ़ गया और 28 ट्रक नदी में फंस गये. इन ट्रकों पर सवार 60 से अधिक चालक, खलासी और अन्य लोगों की जान पर बन आयी. अच्छी खबर यह है कि किसी तरह की जानमाल की क्षति नहीं हुई. दो ट्रक डूबे हैं, जिन्हें पानी कम होने पर निकाला जायेगा.
इस संबंध में थानाध्यक्ष अतवेंद्र कुमार ने बताया कि पानी बढ़ जाने से इंद्रपुरी बराज का फाटक खोल दिया गया था. इसे अचानक सोन नदी में जलस्तर बढ़ गया, जिसके कारण बालू उठाव करने के लिए गये 28 ट्रक फंस गये. घाट संचालक, पुलिस व प्रशासन ट्रकों को निकाले में लगा है. दो ट्रक पानी में चले गये हैं. पोकलेन,जेसीबी, हाइड्रा, चैनकुपी के माध्यम से ट्रकों को निकालने की कोशिश की जा रही है।
डेहरी सीओ अनामिका कुमारी ने बताया कि हर फ्रंट पर काम हो रहा है. सिंचाई विभाग के एसडीओ से बात हुई है. बराज के छह फाटक खुले थे. इसमें से तीन फाटक बंद हो गये हैं. इनके बंद होने से सोन नदी में पानी की धारा कम हुई है. बालू घाट से ट्रकों के फंसे स्थान तक रास्ता बनाने का काम जारी है।
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