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विधानसभा में CM नीतीश का शिलापट्ट दिखा BJP बरसी- विपक्षी दलों का संसद उद्घाटन बहिष्कार दोहरा चरित्र

पटना: नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर पूरा विपक्ष एकजुट है। और सभी ने पीएम मोदी द्वारा नई संसद के उद्घाटन का बहिष्कार किया है। विपक्ष की मांग है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से नई संसद का उद्घाटन हो। तो वहीं दूसरी बीजेपी ने विपक्ष को आइना दिखाा है। शुक्रवार को भाजपा विधानमंडल के सदस्य बिहार विधान मंडल के विस्तारित भवन पहुंचे। प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के नेतृत्व में पहुंचे सभी सदस्यों ने कहा कि विरोधी दल दोहरा चरित्र अपना रहा है। साथ उस शिलापट को भी दिखाया जिसमें सीएम नीतीश कुमार का नाम अंकित था।

विधानसभा में CM नीतीश का शिलापट्ट दिखा BJP बरसी- विपक्षी दलों का संसद उद्घाटन बहिष्कार दोहरा चरित्र

विपक्ष का दोहरा चरित्र उजागर                                                                                          

दरअसल बिहार विधानमंडल के विस्तारित भवन का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश ने किया था। भाजपा ने आरोप लगाया कि एक ओर विधानसभा के विस्तारित भवन का उद्घाटन खुद सीएम करते हैं। लेकिन वहीं नई संसद का पीएम मोदी की ओर से उद्घाटन का जेडीयू समेत पूरा विपक्ष विरोध कर रहा है। ये विरोधी दलों का दोहरा चरित्र दर्शाता है। और इस मुद्दे पर विपक्ष बेमतलब का प्रलाप कर रहा है। 

बीजेपी ने नीतीश को घेरा 
दरअसल बीजेपी का आरोप है कि बिहार विधानसभा के विस्तारित भवन का उद्घाटन राज्यपाल से क्यों नहीं कराया गया। क्यों खुद सीएम नीतीश कुमार ने किया। इससे पहले बिहार बीजेपी के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने नीतीश सरकार पर आरोप लगाया था कि कुछ लोग दिल्ली में  विरोध दर्ज करवाना चाहते हैं लेकिन जो बिहार में बैठे हैं उन लोगों को बता देना चाहते हैं कि खुद पटना में उद्घाटन करते हैं। उन्होंने कहा कि जब आपने विधानसभा के विस्तारित भवन का उद्घाटन किया तो उसको तोड़वा दीजिए। नीतीश कुमार की तो आदत है कि वह आधा काम में ही उद्घाटन कर देते हैं। बिहार विधान सभा के विस्तारित भवन का सीएम नीतीश ने शिलान्यास किया था। अभी तक तो उसका उद्घाटन नहीं हुआ है। दो बार तो शिलान्यास हो चुका है।

विपक्षी दलों ने किया है बहिष्कार
आपको बता दें नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति को नहीं बुलाने पर सवाल उठ रहे हैं। विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि नई संसद का उद्घाटन द्रौपदी मुर्मू के हाथों न कराकर पीएम मोदी से कराना महामहिम का अपमान है। इस मुद्दे पर 19 विपक्षी दल एकजुट है। और सभी की एक ही मांग है कि नई संसद का उद्घाटन राष्ट्रपति मुर्मू करें। नए संसद भवन का उद्घाटन 28 मई को होना है।

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