नालन्दा: पर्यटक स्थल राजगीर के वैभारगिरी पहाड़ पर भीषण आ’ग लग गई है। आ’ग ने वैभारगिरी पर्वत श्रृंखला के करीब तीन किलोमीटर के क्षेत्र को अपनी च’पेट में ले लिया है। अ’गलगी की इस घ’टना में पहाड़ पर मौजूद कीमती पेड़ और दुर्लभ जड़ी बूटियां ज’लकर खा’क हो रही हैं। आ’ग पर काबू पाने के लिए वन विभाग की टीम के साथ साथ जिले के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं।
नालंदा के डीएम शशांक शुभंकर, वन प्रमंडल पदाधिकारी विकास अहलावत और ज़ू सफारी राजगीर के निदेशक हेमंत पाटिल स्वयं राजगीर में कैंप कर हालात पर नजर बनाए रखा। आ’ग लगने के कारण पहाड़ पर विभिन्न प्रकार की दूर्लभ जड़ी बूटियों तथा कई प्रजातियों के पेड़ पौधे ज’लकर रा’ख हो गए हैं। आ’ग लगने के कारणों का पता नही चल सका है। लोगों की मानें तो पर्वतीय अगलगी की घ’टना प्रत्येक वर्ष गर्मी के दिनों में होती है। अभी गर्मी के शुरूआती मौसम में ही पहाड़ पर आग लगने की घटना शुरू हो गई है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार पानी की पहुंच से बाहर होने के कारण झाड़ियों एवं हरि पतियों के सहारे आ’ग बुझाने का कार्य होता है, जिसके कारण आ’ग पर काबू पाने में काफी समय लगता है। विभाग ने संभावना व्यक्त करते हुए कहा कि गर्मी के कारण पेड़ों की टहनियों में आपसी घर्षण के कारण चिंगारी उत्पन्न हो या तेज हवा के कारण आपस मे पत्थरों के टकराने के कारण भी आग लग सकता है। उन्होंने किसी शरारती तत्वों के द्वारा आग लगाने की संभावना से इनकार किया। अभी भी वन विभाग के कर्मियों द्वारा आगलगी को बुझाने का प्रयास किया जा रहा था।
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