पटना: बिहार के आईएएस अधिकारी केके पाठक का बिहारियों एवं डिप्टी कलेक्टर को गाली देने के वीडियो से सियासी बवाल मचा हुआ है। अब जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी इस पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि ये खाते हैं बिहार का और गाते हैं चेन्नई का, यह बिहार वासियों का अपमान है। सीएम नीतीश कुमार को तुरंत आईएएस केके पाठक के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए।
जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने गुरुवार को ट्वीट कर लिखा, “ऐसे ही अधिकारी बिहार को चला रहे हैं। जब एडीएम स्तर के अधिकारियों के बारे में बोलते हुए ये 36 सेकेंड में आठ बार गाली बोलते हैं, तब हमारे कार्यकर्ताओं की कितनी इज्जत करते होंगे, यह समझा जा सकता है। खाते हैं बिहार का और गाते हैं चेन्नई का। तमाम बिहार वासियों का अपमान है। मुख्यमंत्री नीतीश को अविलंब कार्रवाई करनी चाहिए।”
सभी दलों के नेता एकसुर में गालीबाज आईएएस केके पाठक की निंदा कर रहे हैं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने आरोप लगाया है कि बिहार में राजनीतिक अस्थिरता की वजह से प्रशासनिक अराजकता की स्थिति है। प्रशासन बेलगाम और बदजुबान हो गया है। एक सीनियर आईएएस अधिकारी द्वारा अपशब्दों का प्रयोग दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। धरातल पर विकास को गति राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी ही देते हैं, मगर टकराव की स्थिति में न केवल अराजकता बढ़ेगी बल्कि विधि-व्यवस्था के संधारण से लेकर विकास कार्य तक प्रभावित होगा।
चिराग पासवान की गालीबाज आईएएस को बर्खास्त करने की मांग
लोजपा (रा.) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने आईएएस अधिकारी केके पाठक को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने की मांग की है। उन्होंने ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कार्रवाई की मांग की और लिखा कि सीएम के अधिकारियों ने भी बिहार और बिहारियों को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
नीतीश सरकार में भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने भी इस मुद्दे पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि बिहारियों का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कोई पदाधिकारी हों या राजनीतिक पार्टियों के नेता, अपने समकक्ष या किसी भी व्यक्ति के बारे में अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि केके पाठक ने जो बातें कही हैं, वे अशोभनीय हैं। ऐसे पदाधिकारियों पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए।
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