बीआरए बिहार विवि और सभी कॉलेजों के कर्मचारी गुरुवार को सामूहिक अवकाश पर चले गए। इसके बाद कर्मियों ने विवि को बंद करा दिया। इस कारण विवि से लेकर कॉलेजों तक में कामकाज ठप हो गया। ऐसे में कॉलेजों में परीक्षा फॉर्म भरने व नामांकन कराने आए विद्यार्थियों को परेशानी झेलनी पड़ी। सैकड़ों छात्रों को खाली हाथ लौटना पड़ा। वहीं, शाम में वीसी से वार्ता के बाद सभी मांगें मानी जाने पर कर्मियों ने तीन दिवसीय सामूहिक अवकाश को वापस ले लिया।
इससे पहले सुबह दस बजे से ही कर्मचारियों ने विवि पहुंच कर सभी कार्यालयों को बंद करा दिया। इसके बाद कर्मचारी नारेबाजी करते हुए विवि के धरना स्थल पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। कर्मचारियों का कहना था कि विवि प्रशासन ने वार्ता के बाद भी वादा खिलाफी करते हुए कर्मचारियों की कोई मांगें अब तक नहीं मानी है। कर्मचारी अपने प्रमोशन की मांग कर रहे थे। धरना स्थल पर नारेबाजी के बाद कर्मचारी फिर से विवि के प्रशासनिक भवन पहुंचे और वहां धरना दिया। कर्मचारियों के आंदोलन के कारण विवि में काम नहीं हुआ। कोई भी अधिकारी विवि नहीं आये। बिहार विवि कर्मचारी संघ के अलावा कॉलेज कर्मचारियों ने भी अपने कॉलेजों में काम बंद कराया व नारेबाजी की।
मुजफ्फरपुर से लेकर बेतिया और हाजीपुर तक कर्मचारी हड़ताल पर रहे। हड़ताल के कारण पार्ट वन का परीक्षा फॉर्म भरने आए छात्रों को भी परेशानी हुई। कई छात्र बिना फॉर्म भरे ही वापस हो गए। कई छात्र काफी देर तक कॉलेज में जमे रहे, लेकिन जब उन्होंने देखा कि फॉर्म नहीं भरा सकेगा तो वे लौट गए। कर्मचारियों की हड़ताल से पार्ट-1 और पीजी में एडमिशन लेने के लिए आए विद्यार्थियों को भी खाली हाथ लौटना पड़ा।
वार्ता के बाद वीसी ने मानी सभी मांगे, अधिसूचना जारी :
देर शाम कर्मचारी संघ और कुलपति प्रो. हनुमान प्रसाद पांडेय के बीच वार्ता हुई। संघ के सचिव गौरव ने बताया कि कुलपति ने हमारी सभी मांगें मान लीं। प्रमोशन के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है और आठ नवंबर को थर्ड ग्रेड व फोर्थ ग्रेड के कर्मचारियों के प्रमोशन के लिए परीक्षा की तारीख जारी कर दी गई है। मांगे पूरी होने के बाद संघ ने सामूहिक अवकाश खत्म कर दिया है। पहले बिहार विवि के कर्मचारियों ने 22 से 24 सितंबर तक सामूहिक अवकाश की घोषणा की थी।
एक दिन पहले जारी हुआ था पत्र, पर कर्मी नहीं थे संतुष्ठ
कर्मचारियों के प्रमोशन की प्रक्रिया का पत्र रजिस्ट्रार ने 21 सितंबर को ही जारी कर दिया गया था, लेकिन इससे कर्मचारी संतुष्ठ नहीं थे। उनका कहना था कि पत्र निकालने से पहले संघ से कुलसचिव ने बात नहीं की। इस कारण पत्र जारी होने के बाद भी कर्मचारी सामूहिक हड़ताल पर चले गये। कुलपति से वार्ता के समय प्रोवीसी प्रो. रवींद्र कुमार, रजिस्ट्रार प्रो. राम कृष्ण ठाकुर, सीसीडीसी प्रो. अमिता शर्मा, इंस्पेक्टर ऑफ कॉलेज प्रो. प्रमोद कुमार, परीक्षा नियंत्रक डॉ. संजय कुमार और डीएसडब्ल्यू प्रो. अभय कुमार सिंह मौजूद थे।
बयान :
कर्मचारियों से वार्ता के बाद उनकी मांगें मानी गईं। प्रमोशन प्रक्रिया का पत्र 21 सितंबर को ही जारी कर दिया गया था। मांगें मानी जाने के बाद कर्मचारियों ने सामूहिक अवकाश वापस ले लिया है।
Be First to Comment