नेपाल से निकलने वाली नदियों के जलग्रहण क्षेत्र में बारिश में राहत से उत्तर बिहार से गुजरने वाली बड़ी नदियां थोड़ी नरम पड़ी हैं। हालांकि छोटी नदियों के तेवर अभी भी खतरनाक बने हैं। कोसी और सीमांचल के जिलों में नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव शुक्रवार को भी जारी रहा। अररिया जिले में बकरा नदी में उफान से आधा दर्जन ग्रामीण सड़कों पर बाढ़ का पानी फैल गया तो किशनगंज में महानंदा सहित सभी नदियों के जलस्तर में कमी आई।
घर आंगन तक बाढ़ का पानी फैल गया
कटिहार जिले में सभी नदियों के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गयी तेा पूर्णिया में नदियों का जलस्तर कम हो रहा है। सहरसा और सुपौल जिले में कोसी नदी का जलस्तर कम हुआ है।अररिया जिले में जोकीहाट प्रखंड होकर बहने वाली बकरा नदी के उफनाने से आधा दर्जन ग्रामीण सड़क पर पानी बहने लगा है। कई लोगों के घर आंगन तक बाढ़ का पानी फैल गया है। कुछ स्कूलों में पानी घुसने से पढ़ाई बंद हो गई है। इधर परमान नदी का पानी दूसरे दिन भी अररिया से महिषाकोल जाने वाली सड़क पर बह रहा था। वहीं चौकता पंचायत के मछैला कब्रिस्तान से पेचैली , चौकता से इसरवा, बोरैल से टेकनी , भूना से इसरवा, दर्गापुर से मसुरिया, फेटकी से बागडहरा जोड़ने वाली आदि सड़क पर पानी बहने लगा है।
गंडक में कटाव जारी
वैशाली में मानसूनी वर्षा के कारण कारण गंगा नदी का जलस्तर भी तेजी के साथ बढ़ा है। नदी के जलस्तर के बढ़ने से शुक्रवार को कच्ची दरगाह-बिदुपुर निर्माणाधीन सिक्स लेन पुल के पाया नंबर एमपी 03, 04 पटना जिले के साइड और बिदुपुर साइड से पाया नंबर एमपी 56 से 66 तक का काम बंद हो गया है। गोरौल में गंडक नहर का पूर्वी बांध टूटने से ग्रामीणों में दहशत है। सीवान में सरयू नदी और गंडक में कटाव जारी है तो गोपालगंज में गंडक का पानी बढ़ने से चार सड़कों पर आवागमन बाधित है।
सूबे में वज्रपात से छह लोगों की मौत
मधुबनी में धौंस और बिहुल मचा रही तबाही बारिश थमने के साथ ही मधुबनी से गुजरने वाली कोसी, कमला, भुतही बलान व तिलयुगा नदी की जलस्तर में कमी आ रही है। हालांकि छोटी नदियां धौंस व बिहुल बेनीपट्टी, बिस्फी व लौकही प्रखंड में तबाही मचा रही है। उधर, कोसी का पानी फैलने से दियारा क्षेत्र में घाटों पर आवागमन का साधन नाव ही बना है।
मुजफ्फरपुर जंक्शन पर रेल ट्रैक डूबा
बारिश के कारण शुक्रवार दोपहर प्लेटफॉर्म पर पानी जमने से यात्री गिरते पड़ते ट्रेनों में सवार हुए। कुछ ही देर की बारिश में शेड से पानी उफनकर प्लेटफॉर्म पर गिरने लगा। इस दौरान मिथिला, मौर्य व गरीरथ एक्सप्रेस का इंतजार कर रहे यात्रियों को भीगना पड़ा। प्लेटफॉर्म व प्रतीक्षालय के फर्स पर पानी जमा होने से यात्री फिसलन के कारण गिरते पड़ते ट्रेनों में सवार हुए। प्लेटफॉर्मों के शेड से जगह-जगह पानी गिरने से यात्रियों को काफी परेशानी हुई।
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