मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर डोर टू डोर कैंपेंन और गेहूं की आधिप्राप्ति (Procurement) एवं लॉकडाउन में रोजगार सृजन (Employment creation in lockdown) को लेकर किए जा रहे कार्यों के सबंध में मुख्य सचिव एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गहन समीक्षा की. अधिकारियों को उन्होंने निर्देश देते हुए स्पष्ट कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन तभी टूटेगा जब स्क्रीनिंग से कोई घर नहीं छूटेगा. उन्होंने कहा कि प्रभावित जिलो में एक्टिव स्क्रीनिंग की जाए.
समय भुगतान के आदेश
सीएम नीतीश ने कहा कि इस बार गेहूं की फसल अच्छी हुई है. गेहूं की अधिप्राप्ति ठीक से कराएं. पैक्सों के माध्यम से शुरू हुए गेहूं आधिप्राप्ति के कार्यों में किसानो को कोई कठिनाई ना हो और किसानों को निर्धारित समय के अंदर राशि का भुगतान किया जाए.
स्थानीय मजदूरों से लें काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार सृजन के क्रम में गाइडलाइन के अनुरूप स्थानीय मजदूरों की सेवा ली जए. प्रधान सचिव व सचिव खुद इसकी मॉनीटरिंग करें और इंजीनियर व श्रमिकों को प्रेरित भी करते रहें. सात निश्चय के कार्यक्रम जल-जीवन-हरियाली एवं मनरेगा के तहत होने वाले काम को तेजी से शुरू किए जाएं. उन्होंने वित्त विभाग के प्रधान सचिव को यह निर्देश दिया कि संबंधित योजनाओं के लिए राशि की कमी नहीं होने दी जाए.
ट्रैवल हिस्ट्री न छिपाएं
सीएम ने लोगों से अपील की कि जो लोग बिहार से बाहर या देश से बाहर की यात्र कर के आए हैं वे अपनी ट्रैवल हिस्ट्री को नहीं छिपाएं.इससे उन्हें तो खतरा है ही साथ में उनके संपर्क में आने वाले लोगों को भी खतरा है. कोरोना संक्रमण की चेन तभी टूटेगी जब प्रभावित जिले की स्क्रीनिंग में कोई घर नहीं छूटेगा.
पुलिस का विनम्र व्यवहार हो
मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए किए जा रहे कार्यो में डॉक्टर, हेल्थ वर्कर, प्रशासन, पुलिस सफाई कर्मी तथा फ्रंटलाइन वर्कर की महत्वपूर्ण भूमिका है. इन लोगों के साथ किसी भी प्रकार का र्दुव्यवहार नहीं करें. उन्होंने डीजीपी को यह निर्देश दिया कि लॉकडाउन में पुलिस दृढ़ता के साथ कार्य जरूर करे पर लोगों के साथ विनम्रता का व्यवहार रखे.
Source: News18
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