गोपालगंज : जिले के हथुआ की रहने वाली रेखा देवी ने अपने घर में बेकार पड़ी जगह और कमरों को मशरुम के खेती के लायक बनाया। वे अपने खाली समय को मशरूम की खेती में ही बिताती हैं। घर के बेकार कमरों को इस्तेमाल किया और इससे वे हर साल करीब तीन लाख रुपये तक की आमदनी भी कर लेती हैं।
रेखा देवी के मुताबिक जब उनके बच्चे पढ़ने के लिए घर से बाहर चले गए तब वे घर में बेकार पड़ी थीं। उनके पास कोई काम नहीं था। उनका बड़ा सा घर है। घर के कई कमरे भी बेकार पड़े हुए थे। उन्होंने पत्रिका और अखबारों के माध्यम से इसकी जानकारी इकट्ठा की और फिर महरूम की खेती शुरू कर दी।
रेखा देवी के मुताबिक उन्होंने अपने कमरे में ओयस्टर मशरूम, पोर्टबेलो, हेडहॉग, शिटाके और बटन मशरूम जैसे कई किस्म के मशरूम की खेती की है। वे सालों भर घर मे मशरूम का उत्पादन करती हैं। जिसकी बाजार में ज्यादा डिमांड भी है।
हथुआ निवासी पप्पू श्रीवास्तव की पत्नी रेखा देवी मशरूम से बिस्किट, लड्डू और अचार भी बनाती हैं। रेखा देवी के इस फैसले से उनके घर की आर्थिक स्थिति सुधरी है। उन्हें हर साल लगभग तीन लाख रुपये की आमदनी हो जाती है।
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