ओमप्रकाश दीपक
मुजफ्फरपुर। शहर के उत्तरी इलाका अखड़ाघाट से लेकर जीरो माईल तक सड़क के दोनों ओर बसे मुहल्ले झील में तब्दील हो गया। लगभग पचास हजार की आबादी वाले इलाका पूरी तरह जलमग्न है। पानी निकलने के लिए कोई साधन नहीं है। बस सूर्यदेव की कृपा पर ही पानी घटता है।
रूक-रूक हो रही बारिश से मुहल्ले के अधिकांश सड़कों पर एक से दो फीट पानी लगा है। जिससे सड़क का पता तक नहीं चलता है। हालात यह है कि बुढ़े,बच्चे एवं महिला घर से निकलना बंद कर दी है। वहीं कीड़े मकोड़े अलग निकल रहे है।
चारों ओर पानी ही पानी नजर आ रहा है। पानी में हरा-हरा जलकुंभी अलग। अधिक जलजमाव के कारण मुहल्ले के लोगों ने अब दोपहिया वाहन चलाना भी छोड़ दिया है। साइकिल से आवागमन कर रहे है। दो दिन पूर्व अधिकांश सड़कों पर जलजमाव में हल्की कमी आयी थी। लेेकिन मंगलवार की बारिश ने फिर जलमग्न कर दिया।
कई मुहल्लों में जलजमाव की समस्या तो बिकट बनी हुई है। हालत यह है कि 80 प्रतिशत इलाका आज जलमग्न है। बावजूद इसके कोई सुधि लेना वाला जनप्रतिनिधि नहीं है।
अखाड़ाघाट स्थित सबसे बूरा हाल तो अहियापुर से शेखपुर माई स्थान जाने वाली सड़क का है। माई स्थान से लेकर जियालाल चौक तक पूरी सड़क जलमग्न है। रोड पर एक से डेढ़ फीट पानी लगा है। जिसके कारण दोपहिया वाहन चलना मुश्किल बना हुआ है।
इसी मार्ग में प्रभातनगर चौक के पास एक फीट जलजमाव है। जबकि दरभंगा रोड में जाने के लिए प्रमुख मार्ग है।जीरो माईल चौक के पास जाम रहने से लोग इसी मार्ग से होकर अहियापुर चौक पर पहुंचते है।
जियालाल चौक से गणेशपुर होते हुए जीरोमाइल जाने वाली सड़क पर लोग हेलकर आवागमन करते है। मार्ग पर एक से दो फीट जलजमाव है। जलजमाव के साथ ही हरा-हरा जलकुंभी ही नजर आ रहा है। इसके आसपास भी सिर्फ पानी ही पानी का नजरा है। साधुगाछी मुहल्ला भी नरक में तब्दील है।
सड़क पर लगभग एक फीट से अधिक जलजमाव है। नाजीपुर बांध से जियालाल चौक तक जाने वाली सड़क जगह-जगह टूटकर गड्ढे़ में तब्दील हो गया है। जहां एक से डेढ़ फीट जलजमाव है। महाबीरी चौक से गायत्री मंदिर उसके आगे हनुमान मंदिर के पास पूरा सड़क जलमग्न है।
मेवालाल चौक से प्रभातनगर जाने वाली सड़क पर जमे पानी से दुर्गंध आ रहा है। इस मार्ग में लगभग एक फीट जलजमाव है। बैंक कॉलोनी, शेखपुरढ़ाव, प्रभातनगर, चाणक्यपुरी, बड़ा जगरन्नाथ हर जगह एक से डेढ़ फीट जलजमाव की समस्या है।
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