मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट नल-जल योजना में जहां भी कमियां हैं, अब उसकी शिकायत सीधे बिहार सरकार के पंचायती राज विभाग में पहुंचेगी। विभाग ने इसके लिए तीन स्तरों पर शिकायत रजिस्ट्रेशन प्लान बना लिया है। विभाग की तरफ इसके लिए एक लैंडलाइन नंबर जारी किए जाने के साथ वाट्सअप नंबर भी जारी किया गया है। इसके अलावा मोबाइल एप के जरिए भी शिकायतें विभाग तक पहुंचाई जा सकेंगी।
मुखिया जी पर लटकी है तलवार
बिहार सरकार के सात निश्चयों में एक नल-जल योजना की असल में टेस्टिंग अब होनी है। राज्य में गर्मी का पारा हर रोज चढ़ता जा रहा है और बिहार के कई इलाकों से जलस्तर नीचे जाने की खबरें आ रही हैं। यही वह समय है, जिसके लिए सरकार के स्तर से हर घर तक जल पहुंचाने के उद्देश्य से नल-जल योजना की शुरुआत की गई थी। पंचायती राज संस्थाओं की निगरानी में किए गए इस काम में पूर्व में भी गड़बड़ी की सूचनाएं मिलती रही थीं, जिसपर विपक्ष ने भी खूब हंगामा किया था। यही वजह है कि इसकी निगरानी कर रहे मुखिया जी को पंचायती राज विभाग ने काम पूरा नहीं करने की स्थिति में 2021 का पंचायत चुनाव लड़ने से रोकने की तक चेतावनी दे डाली थी। पंचायती राज विभाग ने सभी मुखिया को 31 मार्च तक नल-जल योजना में काम पूरा करने के लिए भी ताकीद की थी ।अब जब इस टाइम लाइन को पूरा हुए 10 दिन बीत चुके हैं, विभाग ने ये नंबर जारी कर सभी पंचायतों के लोगों को मौका दे दिया है कि वे अपनी शिकायतें खुद विभाग तक पहुंचा दें। इससे अब पंचायची राज विभाग को मुखियाजी पर कार्रवाई करने में भी आसानी होगी।
हर स्तर से होगा शिकायतों का समाधान
पंचायती राज विभाग ने नल-जल योजना के तहत लगाए गए नलों से जुड़ी शिकायतों को विभाग तक पहुंचाने के लिए 3 तरह की व्यवस्था की है। विभाग ने एक लैंडलाइन नंबर 18603455555 जारी किया है, जो पंचायती राज विभाग के कंट्रोल रूम का नंबर है। इसके बाद एक वाट्सएप नंबर 9122400777 भी जारी किया है, जिसपर शिकायतें लिखित तौर पर भेजी जा सकेंगी। इसके साथ इसके लिए prdshikayat.bgsys.co.in मोबाइल एप भी बनाया गया है। विभाग के मुताबिक इन तीनों माध्यमों से जो लोग जल-नल योजना से जुड़ी शिकायतें विभाग तक पहुंचाएंगे, उनको समय सीमा के अंदर कार्रवाई से जुड़ी जानकारी दी जानकारी दी जाएगी और इसका समाधान होगा।
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