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Posts tagged as “आलोक श्रीवास्तव”

मैं घर में सबसे छोटा था, मेरे हिस्से आई अम्मा… पटना लिटरेरी फेस्टिवल में सजी महफिल

चिंतन, दर्शन, जीवन, सर्जन, रूह, नजर पर छाई अम्मा, सारे घर का शोर-शराबा, सूनापन, तन्हाई अम्मा/ सारे रिश्ते- जेठ-दुपहरी, गर्म-हवा, आतिश, अंगारे, झरना, दरिया, झील,…