बिहार की सियासत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत की राजनीतिक एंट्री को लेकर तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। विपक्ष से लेकर सत्ताधारी दल के नेता निशांत के राजनीति में आने के स्वागत कर रहे हैं। इसी बीच पूर्व सांसद आनंद मोहन का बयान आया है। निशांत की सियासी एंट्री पर पूर्व सांसद ने दो टूक जवाब दे किया है।निशांत को लेकर पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा कि एक पत्रकार का बेटा भी पत्रकार बन जाता है, राजनेता का बेटा भी राजनेता बन जाता है। निशांत एक युवा लड़का है और हम दूसरी पीढ़ी के युवा सदस्यों का स्वागत करते हैं। जरूरत इस बात की है कि जनता उसे स्वीकार करे। अगर जनता उसे स्वीकार करती है तो कोई समस्या नहीं है। इसके बारे में चिंता करने की कोई बात नहीं है।वहीं महाकुंभ में भगदड़ पर पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा कि यह घर में भी एक छोटी सी घटना है। अगर कोई छोटा सा कार्यक्रम आयोजित होता है तो भी कुछ न कुछ घटनाएं होती रहती हैं और महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालु थे, इसलिए यह आतंकी हमला नहीं है, यह सिर्फ भगदड़ है।
विपक्ष द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार पर लगाए गए आरोपों पर कि वीआईपी संस्कृति के कारण महाकुंभ में यह घटना हुई। पूर्व सांसद ने कहा कि विपक्ष के पास कहने के लिए यही सब है। जब उत्तर प्रदेश के वर्तमान विपक्ष के नेता सत्ता में थे, तब भी उत्तर प्रदेश में बहुत बड़ी घटनाएं हुई थीं।
वहीं तेजस्वी यादव के यह कहने पर कि नीतीश कुमार बिहार को चलाने में असमर्थ हैं, इसपर पूर्व सांसद ने जवाब दिया कि तेजस्वी यादव के पिता लालू प्रसाद सीएम नीतीश कुमार के लिए दरवाजा खोल रहे हैं और जब नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनता दल के साथ गठबंधन करेंगे, तब नीतीश कुमार युवा और तंदुरुस्त होंगे। वहीं दिल्ली चुनाव पर पूर्व सांसद ने कहा कि 5 फरवरी को बताया जाएगा कि दिल्ली में सत्ता में कौन होगा।
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