बिहार के बगहा में रेलवे का अजीबोगरीब कारनामा सामने आया है. किसानों ने रेलवे पर एक पुल का नामोनिशान मिटा देने का आरोप लगाया है. इस पुल के गायब होने से दर्जनों गांव के हजारों किसानों की सिंचाई प्रभावित हो रहे हैं. वहीं सैकड़ों किसानों के खेत जलमग्न हो जा रहे हैं।
बगहा में रेल दोहरीकरण कार्य चल रहा है. इसी क्रम में रेलवे का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि रेलवे ने पुल संख्या 350 को नक्शे से ही गायब कर दिया है, पुल की मिट्टी से भराई कर दी है. जिसको लेकर किसानों में नाराजगी है. उन्होंने गायब पुल को वापस लाने और इसके निर्माण की मांग को लेकर प्रदर्शन किया है.
बताया जा रहा है कि पुल संख्या 350 को खत्म कर देने से दर्जनों गांवों की सिंचाई प्रभावित हो रही है. किसानों का कहना है कि इस पुल से होकर कई गांवों में पटवन का पानी जाता था. लेकिन रेल दोहरीकरण कार्य के दौरान रेलवे विभाग ने इस पुल को तोड़ कर वहां मिट्टी भराई कर दी. जिसके बाद सिंचाई का पानी एक तरफ आकर रुक जा रहा है. लिहाजा सैकड़ों किसानों के खेत जलमग्न हो जा रहे हैं और फसलें सड़ गल कर बर्बाद हो जा रही हैं.वहीं पुल के दूसरी तरफ पानी नहीं जाने से कई गांवों में सिंचाई के लिए पानी नहीं पहुंच पा रहा है. नतीजतन किसानों की फसलें या तो सूख जा रहीं हैं अथवा पंप सेट से पानी पटाना पड़ रहा है. किसानों की मांग है कि रेल विभाग जिस तरह पुल संख्या 349 और 351 का निर्माण कर रहा है, ठीक उसी तरह 350 को भी बनवाए. ताकि सिंचाई की व्यवस्था प्रभावित न हो.
Be First to Comment