शिवहर राज दरबार स्थित दस महाविद्या मंदिर देवी शती के शक्ति पीठ के रूप में विख्यात है. इस मंदिर में माता के काली, तारा, बंगलामुखी, षोडसी और मां दुर्गा की अद्भुत प्रतिमा स्थापित है।
शिवहर के राजा देव नंदन सिंह बहादुर मालिक आजीवन भक्तिभाव से माता के चरणों में समर्पित थे. उन्होंने विद्वान तांत्रिक के सहयोग से ‘शाक्त प्रमोद’ नामक एक पुस्तक का प्रकाशन कराया, जिसका मुद्रक खेमराज श्रीकृष्णदास वेंकटेश्वर छापाखाना मुंबई से किया गया, जो आज भी चर्चित है।
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