आंखों में संक्रमण यानी वायरल कंजक्टिवाइटिस से ग्रसित लगभग एक चौथाई लोगों में सिर दर्द, बुखार और चक्कर आने की भी समस्या हो रही है। इनका बुखार-सिरदर्द तो सामान्य पैरासिटामोल से ठीक हो जा रहा है लेकिन आंखों में लालीपन और दर्द की शिकायत तीन दिन से 7 दिनों तक बनी रह रही है। बिहार में आई फ्लू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। स्कूली बच्चों में यह संक्रमण ज्यादा फैल रहा है।
पटना के अस्पतालों के नेत्र रोग विभाग तथा नेत्र रोग विशेषज्ञों के निजी क्लिनिकों में ऐसे मरीजों की संख्या ज्यादा है। पीएमसीएच, आईजीआईएमएस और राजेंद्रनगर आई हॉस्पीटल के नेत्र रोग विभाग में आने वाले कुल मरीजों में एक तिहाई पिंक आई यानी वायरल कंजक्टिवाइटिस से पीड़ित रह रहे हैं। पीड़ितों में लगभग 40 प्रतिशत स्कूली बच्चे शामिल हैं। आईजीआईएमएस में प्रतिदिन 250 से 170, पीएमसीएच में 150 से 180, राजेंद्रनगर नेत्र सुपर स्पेशियलिटी में प्रतिदिन 130 से 150 मरीज नेत्र संबंधी परेशानियों का इलाज कराने पहुंचते हैं। निजी आई क्लिनिकों में भी कंजक्टिवाइटिस पीड़ितों की संख्या अधिक रह रही है।
स्कूलों में संक्रमण का खतरा ज्यादा
दृष्टिकुंज आई हॉस्पिटल की डॉ. निम्मी रानी ने बताया कि वायरल संक्रमण का प्रकोप आंखों में ज्यादा होने पर बुखार, सिर दर्द और चक्कर आने की भी समस्या होती है। पीएमसीएच के डॉ. संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि स्कूल से आने के बाद साफ पानी से बच्चों के आंखों को धुलवाएं। अगर उनकी आंखें लाल दिखे तो स्कूल हरगिज ना भेजें। स्कूलों से बड़ी संख्या में आंखों के संक्रमण को लेकर घर पहुंच रहे हैं।
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