बिहार में महागठबंधन की सरकार आने के बाद से अप’राध में बढ़ोत्तरी हुई है. प्रदेश में ह’त्या, अप’हरण और दु’ष्कर्म जैसे ज’घन्य अप’राधों में तेजी आई है. लू’ट-मा’र और छी’ना-छ’पट की खबरें अब आम बात हो गई हैं. प्रदेश में कानून व्यवस्था कितनी सख्त है, उसका एक ताजा उदाहरण जहानाबाद से सामने आया है. यहां गां’जा पीने के लिए 30 रुपये नहीं देने पर दबं’गों ने पीड़ि’त को परिवार के साथ घर से ही भगा दिया।
पी’ड़ित अपने परिवार के साथ पिछले 4 महीने से दर-दर की ठोकरें खा रहा है. वो कभी थाना तो कभी एसपी के पास गुहार लगाते लगाते थक गया, लेकिन दबं’गों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. ये मामला नगर थाना से चंद कदमों के फासले पर देवरिया मुहल्ले का है. पी’ड़ित के मुताबिक, दिसंबर 2022 में कुख्यात अपरा’धी चंदन और पिंटु को गां’जा पीने के लिए 30 रुपये नहीं देने पर उन्होंने मा’रपीट की. घरवालों को भी पी’टा और घर से भगा दिया. तब से वह परिवार के साथ फुटपाथ पर रहने को मजबूर है।
पुलिस से भी नहीं मिली मदद
पी’ड़ित अनित कुमार ऑटो चलाता है. पी’ड़ित के मुताबिक उसने पुलिस में भी शिकायत की, लेकिन सुशासन बाबू के राज में पुलिस ने भी कोई मदद नहीं की. पी’ड़ित परिजनों का आरो’प है कि इसे लेकर कई बार नगर थानाध्यक्ष से लेकर वरीय अधिकारियों तक गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनने वाला नही है. पी’ड़ित परिवार ने एसपी के जनता दरबार में भी मदद मांगी, जहां एसपी ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
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