मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा में मिले तीन टाइम ब’म के तार जम्मू-कश्मीर के पुलवामा से जुड़े हैं। टाइम ब’म का सामान अलग-अलग जगहों से लाया गया था। टाइम ब’म के साथ गिर’फ्तार मो. जावेद और हिरासत में लिए गए सैफ व उमेर से पूछताछ के बाद एटीएस की टीम ने उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के मो. समी को रविवार देर रात गिर’फ्तार कर पूछताछ शुरू की। मो. समी कुछ दिन पहले ही पुलवामा से लौटा था।
मिठनपुरा थानेदार श्रीकांत सिन्हा ने मामले में जावेद और उसके फरार भाई जैकी के खिलाफ थाने में एनडीपीएस, आर्म्स एक्ट और विस्फोटक अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की है। बता दें कि डीआईयू की टीम ने शनिवार की देर रात तीन कोठिया मोहल्ले में स्मैक की सूचना पर छापेमारी की थी, जिसमें तीन टाइम बम भी मिले थे। इसके बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसियां हरकत में आईं।
एटीएस और एनआईए की जांच का दायरा अब मुजफफरपुर से बुलंदशहर और पुलवामा तक पहुंच रहा है। जावेद से पूछताछ के बाद जांच एजेंसियां अब जावेद के भाई जैकी की तलाश में जुटी हैं। बताया गया कि टाइम ब’म बरा’मदगी के बाद जैकी भी घर में था, लेकिन वह पीछे छत से कूदकर फ’रार हो गया। उसके पकड़ में आने के बाद यह स्पष्ट हो पाएगा कि जब्त हुआ टाइम ब’म शहर में किस जगह प्लांट किया जाने वाला था।
अलग-अलग जगहों से आया था टाइम ब’म का सामान
अब तक की छानबीन के बाद बताया गया कि बरामद टाइम बम की घड़ी कूरियर से पश्चिम बंगाल से मंगाई गई थी। इलेक्ट्रॉनिक सर्किट पटना से लाया गया था। स्थानीय स्तर पर ही इसे असेम्बल किया गया। बरामद टाइम ब’म में स्विच नहीं था। इसकी तलाश में जांच एजेंसी के अधिकारियों ने जावेद और सैफ के घर की गुरुवार की अहले सुबह दूसरी बार तलाशी ली। हालांकि स्विच नहीं मिल पाया है। बगैर स्विच के बम का टाइमर चालू नहीं हो पाता।
पुलिस टीम ने टाइम बम मिलने के बाद गिर’फ्तार जावेद और उसके परिवार के सदस्यों के चार मोबाइल जब्त कर लिया। हिरासत में लिए गए बुलंदशहर के दो युवकों और तीन काठिया के एक युवक के मोबाइल की भी जांच की जा रही है। मोबाइल के सभी वीडियो, फोटो और कॉल को जांच एजेंसियां खंगाल रही हैं। मोबाइल से जांच एजेंसी को अलग-अलग राज्यों के कॉल की जांच में कई सुराग मिलने की बात बताई जा रही है।
दिसंबर में ही मुजफ्फरपुर आ गया था विस्फोटक
मिठनपुरा के तीन कोठिया में मिले तीन टाइम ब’म के पीछे बड़ा आपराधिक षडयंत्र था। इसे बीते दिसंबर माह की शुरुआत में ही जावेद के घर में रखे जाने की आशंका है। टाइम बम बरामदगी की जांच के लिए एसआई राजवल्लभ प्रसाद को आईओ बनाया गया है। जेल भेजे गए मो. जावेद ने पूछताछ में स्पष्ट किया है कि इसे उसके भाई अहमद अली उर्फ जैकी ने ही घर में रखा था। मुर्गी के दरबा के बगल में तख्ता के पास इसे छिपाकर रखा गया था। स्मैक की जब्ती के बाद पुलिस को ब’म के झोला पर नजर पड़ी। इसके बाद इसे जब्त किया गया। टाइम ब’म को पुलिस लाइन मैदान में लाकर एटीएस दस्ते से निष्क्रिय कराया गया।
मोहल्लेवासियों ने ब’म ज’ब्ती का गवाह बनने से किया इंकार छापेमारी में शामिल पुलिस टीम ने एफआईआर में स्पष्ट किया है कि टाइम ब’म बरामदगी के बाद मोहल्ले के लोग जब्ती सूची पर गवाह बनने से इंकार कर दिए। पुलिस टीम को मुर्गी के दरबा में छिपाकर रखी स्मैक बनाने की सामग्री करीब 600 ग्राम, पिस्टल की गोली के पांच खोखे व जावेद की पैंट के पॉकेट से 100 पुड़िया स्मैक मिली। वैसे, दबी जुबान लोगों का कहना है कि टाइम ब’म के पीछे किसी बड़े मा’फिया की भूमिका हो सकती है।
मिठनपुरा थानेदार श्रीकांत सिन्हा ने एफआईआर में स्पष्ट किया है कि शुक्रवार की देर रात तीन बजे डीआईयू की टीम ने थाने पहुंचकर बताया कि तीन कोठिया में निर्मला चौधरी के किरायेदार मो. जावेद और उसका भाई जैकी हथियार खरीद-बिक्री का धंधा करता है। उसके खिलाफ त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता है। डीआईटी की टीम में इंस्पेक्टर अनिल कुमार, एसआई कुमार अभिषेक, मनमोहन कुमार शामिल
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