मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर-मोतिहारी के बीच निर्माणाधीन गैस पाइपलाइन से एलपीजी चो’री की साजिश माफि’याओं ने अभी से रच दी। फिलहाल, गैस पाइपलाइन निर्माण का काम चल रहा है, लेकिन मा’फिया इस जुगाड़ में लगे हैं कि पाइपलाइन से गैस की चोरी कैसे की जाए। माफि’याओं की इस साजिश का खुलासा वाटर प्रेशर जांच में हुआ।
मोतीपुर के रतनपुरा में दो जगहों पर गैस पाइपलाइन में वाल्व लगाया गया था। इस वाल्व से रास्ते में गैस चो’री की बड़ी साजिश थी। साजिश का भंडाफोड़ होने के बाद इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड ने गैस मा’फियाओं के खिलाफ मोतीपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।
मुजफ्फरपुर-मोतिहारी गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट की देखरेख कर रहे आईओसीएल के सहायक प्रबंधक विवेक कुमार देशमुख ने एफआईआर में कहा है कि राष्ट्रीय खनिज संपदा (एलपीजी) की चो’री की बड़ी साजिश थी। छत्तीसगढ़ के भिलाई दुर्ग के रावणभाटा जामुल इलाका निवासी सहायक प्रबंधक ने पुलिस को बताया कि भारत सरकार की महत्वाकांक्षी उज्ज्वला योजना के तहत बिहार में मुजफ्फरपुर से मोतिहारी के लिए एलपीजी गैस पाइपलाइन का निर्माण अंतिम चरण में है।
इसके तहत गैस पाइपलाइन बिछाने के बाद बीते एक फरवरी को 24 किमी. में चैनेज-19 से 43 के बीच लाइन की पानी से प्रेशर टेस्टिंग की जा रही थी। इसमें प्रेशर के लगातार कम होने के कारण दो फरवरी को रतनपुरा गांव के पास चैनेज नंबर 38 में पानी का रिसाव दिखा। जांच करने के क्रम में पाइप पर प्लास्टिक लपेटा मिला। प्लास्टिक के नीचे दो वाल्व लीवर समेत लगे मिले। इसकी सूचना मोतीपुर थाने को दी गई। इसी वाल्व से गैस चो’री की सा’जिश मा’फियाओं ने रची थी।
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