पटना: बिहार की राजधानी पटना में इन दिनों काफी उठापटक का माहौल है। एकतरफ, सीएम नीतीश कुमार की पार्टी के नेता उपेंद्र कुशवाहा लगातार पार्टी और महागठबंधन के खिलाफ जमकर बयानबाजी कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर लोजपा रामविलास प्रमुख चिराग पासवान ने नीतीश तीखा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि नागालैंड में जिस तरह से जेडीयू के कई नेताओं ने एलजेपीआर का दामन थामा है। उससे यह प्रतीत होता है कि जेडीयू नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की लोगों में क्रेडिबिलिटी में भारी कमी आई है।
जमुई सांसद चिराग ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार जब से महागठबंधन में गए हैं। तबसे उनकी विश्वनीयता काफी घट गई है। पिछले उपचुनाव में महागठबंधन का जिस तरीके से नीतीश कुमार की पार्टी का हाल हुआ है। उससे साफ तौर पर देखा जा सकता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आने वाले दिनों में भी जिसके साथ जाएंगे, उस पार्टी या फिर उन लोगों का भी घाटा ही होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं कि महागठबंधन की एकता मजबूती से है। जबकि जनता और नेताओं में भी उनकी क्रेडिबिलिटी काफी घट गई है। इस तरह की बात को ध्यान में रखकर कुछ भी नहीं सोचते हैं। जनता को मुख्यमंत्री पर अब कोई भरोसा नहीं रह गया है।
वहीं, राज्य में बढ़ते अप’राध को लेकर चिराग ने कहा कि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तो किसी चीज की जानकारी ही नहीं रहती है।अपरा’ध हो जाता है और उसके बाद जब मुख्यमंत्री से सवाल पूछे जाते हैं तो वो कहते हैं मुझे मालूम नहीं। इसके आलावा उन्होंने बिहार कि सरकार पर होमियोपैथ चिकित्सा को ख़त्म करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह होमियोपैथिक दवा में स्प्रिट का प्रयोग होता है। लकिन एक सोची समझी साज़िश के तहत काम किया जा रहा है। भारत जैसे देश में लोग आयुर्वेद और होम्योपैथिक पर भरोसा करते है और मुझे खुद होम्योपैथिक पर भरोसा है। चिराग ने कहा कि, प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार दे रहे है लगातार आयुर्वेद को बढ़ावा दे रहे हैं। बिहार सरकार ने 2016 में की शरा’बबंदी और उसके बाद होम्योपैथिक डॉक्टरों को परेशान किया जा रहा है।
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