राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव एकबार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। लालू यादव के बड़े पुत्र ने रविवार को कोरोना वायरस से बचाव के लिए लगे लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे बिहार के मजदूरों और छात्रों के लिए हवन किया है। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी नेताओं पर भी तंज कसा है।
भाई चाहता तो बीजेपी नेताओं की तरह तोड़ देता लॉकडाउन
तेज प्रताप ने बताया कि छोटा भाई तेजस्वी यादव लॉकडाउन के कारण दिल्ली में फंसा है। अगर वो चाहता तो भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेताओं की तरह लॉकडाउन तोड़कर वापस लौट सकता था, मगर उसने ऐसा नहीं किया। हवन के दौरान तेजप्रताप के साथ पार्टी के कार्यकर्ता भी मौजूद थे। इनके हाथों में ली तख्तियों में कोटा में ‘कोटा में फंसे छात्रों को वापस लाओ’ जैसे संदेश लिखे थे।
लॉक़डाउन के दौरान बेटे को बिहार ले आए थे बीजेपी विधायक
बताते चलें कि बिहार भारतीय जनता पार्टी के सचेतक व नवादा जिले के हिसुआ के विधायक अनिल सिंह कोरोना वायरस से बचाव को ले लगे लॉकडाउन के बीच कोटा में पढ़ रहे बेटे को वहां से बिहार ले आए थे। जबकि, उसी कोटा में पढ़ रहे बच्चों को वापस लाने के उत्तर प्रदेश सरकार के फैसले को गलत बताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी नाराजगी जाहिर की थी।इस बीच विधायक ने कहा था कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। जिसके बाद राजनीति गरमा गई।
तेजस्वी ने पहले ही किया था तंज
मामले के बाद विपक्ष ने सरकार पर दोहरी नीति का आरोप लगाया है। इसके पहले राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जुबानी हमला किया था। उन्होंने कहा था कि यूपी के मुख्यमंत्री को तो लॉकडाउन के नियमों और उद्देश्यों का पाठ पढ़ाया जा रहा था, लेकिन दूसरी तरफ अपने समर्थक विधायक और वीआइपी के बच्चों को वापस लाने की अनुमति क्यों दी गई.
Source: Jagran
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