केन्द्रीय कारा मुजफ्फरपुर में बंद बैंक लू’ट का कुख्यात सर’गना रजनीश ठाकुर उर्फ अप्पू ठाकुर जेल में ही गां’जा का धं’धा कर रहा है। जेल में एक ग्राम गां’जा 500 से 700 रुपये में बेचा जा रहा है। जेल उपाधीक्षक ने अप्पू ठाकुर पर मादक पदार्थ अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कराई है।
उपाधीक्षक ने पुलिस को बताया है कि बीते 11 अक्टूबर को अप्पू ठाकुर को न्यायालय में पेशी के लिए भेजा गया था। उधर, से लौटने के दौरान जब जेल गेट पर इंट्री के दौरान उसकी तलाशी ली गई तो जूता की तल्ली में मोजा के अंदर गां’जा मिला। मोजा से 25 ग्राम गांजा बरा’मद किया गया है। जेल प्रशासन ने गां’जा और बंदी का ब्योरा मिठनपुरा पुलिस को सौंपा है। इसकी सूचना जेल आईजी को भी भेजी गई है।
अप्पू ठाकुर गि’रोह ने ढाई साल पहले 22 अप्रैल 2020 को सदर थाने से 100 मीटर की दूरी पर बैंक ऑफ इंडिया में लू’ट की ‘वा’रदात को अंजाम दिया था। बाइक से पहुंचे तीन लुटे’रों ने बैंक में हथि’यार लेकर घुसे थे। गार्ड सुधीर कुमार सिंह को पट’ककर बंदू’क छीन लिया था और उसे कोने में लिटा दिया। बैंक के कैशियर के काउंटर, कैश वोल्ट और तीन ग्राहकों से कुल 13.78 लाख रुपये लू’ट लिया था। लू’ट की इस घटना के बाद सीसीटीवी फुटेज से अप्पू ठाकुर की पहचान हुई थी और पुलिस ने भगवानपुर स्थित किराये के आवास पर छा’पेमारी कर लू’ट के रुपये व हथि’यार बरा’मद किया था। गिरो’ह के चार शा’तिरों की गिर’फ्तारी हुई थी। अप्पू ठाकुर की पत्नी को भी हथि’यार व रुपये मिलने के बाद आरो’पी बनाया गया था। इस कां’ड में अप्पू ठाकुर पर स्पीडी ट्रायल चल रही है।
कोर्ट हाजत के सुरक्षाकर्मी जांच के घेरे में :
जेल से कोर्ट में पेशी और वहां से वापस जेल लाने तक अप्पू ठाकुर पुलिस सुरक्षाकर्मियों की निगरानी में था। इस दौरान उसने कहां और किससे गां’जा लिया। इस पूरे प्रक्ररण की जांच का निर्देश एसएसपी जयंतकांत ने दिया है।
जेल से सरकारी वाहन से अप्पू ठाकुर 11 अक्टूबर को कोर्ट हाजत पहुंचा। जहां पुलिस जवान के साथ वह पेशी के लिए कोर्ट में गया। पेशी के बाद फिर उसे कोर्ट हाजत में लाया गया। फिर वहां से सरकारी वाहन से उसे जेल लौटाया गया। इस पूरी गतिविधि में बगैर पुलिस की मिलीभगत से कोई अप्पू ठाकुर को गां’जा नहीं दे सकता है।
Be First to Comment