वैश्विक महामारी कोविड-19 के मद्देनजर लॉकडाउन के बाद से कई कंपनियों के कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। घर में कार्यालाय के काम करने के दौरान युवा अपने पॉस्चर का ध्यान नहीं रख पा रहे हैं।
इससे उनमें गर्दन, कंधा, घुटने और कमर दर्द की शिकायत तेजी से बढ़ रही है। इनमें ज्यादातर वे कर्मचारी हैं जो कंप्यूटर पर छह से आठ घंटे तक लगातार बैठकर काम कर रहे हैं। ऐसे लोग बादशाह खान अस्पताल में रेडक्रॉस फिजियोथ्रेपी सेंटर के प्रभारी डॉ. राकेश कुमार के पास रोजाना आठ से 10 फोन कर अपनी समस्याओं का समाधान पूछ रहे हैं।
वर्क फ्रॉम होम होने से निजी कंपनियों में कंप्यूटर पर काम करने वाले कर्मचारियों को ऑफिस जैसा माहौल नहीं मिल पा रहा है। वह घर पर सोफा, बेड या इधर-उधर बैठकर अपना काम कर रहे हैं। इस दौरान उनका पॉस्चर सही नहीं बना पा रहा है। इससे उनमें गर्दन, कंधे और घुटने की दर्द शिकायत है। बीके के हड्डी रोग विशेष डॉ. सतीश वर्मा का कहना है कि तालाबंदी के बाद से सर्वाइकल यानी गर्दन में दर्द की शिकायत लेकर काफी मरीज फोन कर रहे है।
कहीं आप में तो नहीं हैं ये लक्षण
-गर्दन की मांसपेशियों में कड़ापन होना और उसमें खिंचाव आना।
-कंप्यूटर पर लगातार काम करने से दर्द बढ़ जाना
-हाथों, पैरों और पंजों में झुनझुनी, सुन्नपन महसूस होना।
-सिर के पिछले भाग और कंधों में लगातार दर्द की शिकायत
-घुटने को मोड़ने व वजन उठाने दिक्कत महसूस होना
-कमर में दर्द रहना, भारी चीज को उठाने में परेशानी
काम के दौरान ये न करें-
-कंप्यूटर पर गलत पॉस्चर पर बैठकर काम करना
-लंबे समय तक बिना उठे कंप्यूटर पर कार्य करना
-पहले से कमर और गर्दन की मांसपेशी कमजोर होना
-काम करते समय गर्दन का पॉस्चर सही न रखना
-एक जगह बैठककर लगातार काम करते रहना
व्यायाम के लिए वीडियो बनाकर भेज रहे डॉक्टर-
फिजियोथ्रेपस्टि डॉ. राकेश कुमार का कहना है कि पिछले एक महीने से फिजियोथ्रेपी सेंटर बंद है। गर्दन, कंधा, घुटने में दर्द से परेशान युवाओं के उनके पास रोजाना सात से 10 फोन आ रहे है। उन्हें यूट्यूब से वीडियो निकालकर व्यायाम के लिए भेजा जा रहा है। इसके साथ ही उन्हें फोन पर ही दवा के बारे में बताया जा रहा है। जिले में रोगियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
इन सावधानियों को बरतने से बचाव होगा-
-कंप्यूटर पर काम करते समय अपना पॉस्चर सही रखें
-लगातार एक जगह बैठकर काम न करें, बीच-बीच में टहलें
-काम के दौरान पैर को समय-समय पर सीधा करते है
-प्रतिदिन सुबह-शाम नियमित रूप से व्यायाम को अपनाएं
-मोबाइल फोन को अपने कान और कंधे के बीच में फंसाकर बात न करें
-हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए कैल्शियम और विटामिन डी का सेवन करें
चिनटक्स
इसे करने के लिए घर की किसी भी दीवार के सहारे खड़े हो जाइए। इसके बाद अपनी ठोढ़ी को चेस्ट की तरफ लेकर जाने की कोशिश करें। हाथों का सहारा लेते हुए सिर को नीचे करें। इस वक्त ध्यान रहे कि आपके घुटने न मुड़े हों। थोड़ी देर इस पोजिशन में रहने से आपको गर्दन में खिंचाव महसूस होगा। इस स्थिति में कुछ देर रहने के बाद वापस से ठीक तरीके से खडे़ हो जाएं। रोजाना इसे 10 बार करें। ऐसा करने से आपको गर्दन के दर्द से जल्द राहत मिल सकती है।
डोर-वे पेक्टोरल
इसे करने के लिए कमरे के दरवाजे में दोनों हाथों को फैलाकर सीधे खड़े हो जाएं। इसके बाद सीधे पैर को आगे करें। अपने हाथों को घुमाएं ताकि आप हथेलियों को दरवाजे के आसपास की दीवार पर रख सकें। इसके बाद शरीर को आगे की ओर फैलाते हुए दरवाजे की ओर झुक जाएं। ऐसा करने से आपको चेस्ट और कंधों में खिंचाव महसूस होगा। 20 सेकेंड तक इस पोजिशन में रहने के बाद वापस से सही तरीके से खड़े हो जाएं। नियमित तौर पर डोर वे पेक्टोरल का अभ्यास करने से आपको कंधों और गर्दन में होने वाले दर्द से छुटकारा मिल सकता है।
Source: hindustan
Be First to Comment