बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने मणिपुर में जेडीयू विधायकों के दल बदलने को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है।
उन्होंने बीजेपी को चुनौती दी है कि वह विधायकों को डरा-धमकाकर अपने खेमे में न करे, बल्कि उनसे इस्तीफा दिलाकर चुनावी मैदान में उतारे। उसके बाद जनता खुद ही तय कर देगी कि कौन किसके साथ है। बता दें कि एक दिन पहले पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में जेडीयू के 6 में से 5 विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया था।
बिहार महागठबंधन में शामिल हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (HAM) के मुखिया जीतनराम मांझी ने इस मुद्दे को लेकर बीजेपी पर हमला बोला। उन्होंने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि आप किसी दल के विधायक को डरा कर, समझा-बुझाकर, लालच देकर या ब्लैकमेल कर अपने साथ ले सकते हैं, लेकिन उससे जनादेश आपके साथ नहीं जा सकता। अगर सच में आप सिद्धांत की बात करतें हैं तो उन विधायकों से इस्तीफा दिलाकर उन्हें चुनावी मैदान में भेजिए। जनता तय कर देगी कि वह किनके साथ हैं।
बता दें कि मणिपुर में शुक्रवार को जेडीयू के 6 में से 5 विधायकों ने बीजेपी की सदस्यता ली। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने भी उनके विलय को स्वीकार कर लिया। इसे बिहार में नीतीश कुमार द्वारा एनडीए से अलग होने के बाद बीजेपी के बदले वाले ऐक्शन के रूप में देखा जा रहा है। इससे पहले अरुणाचल प्रदेश में भी जेडीयू के सभी विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे।
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