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कोविड-19 संक्रमित डॉक्टर के कफन-दफन पर बवाल, पत्नी बोलीं- उनकी अंतिम इच्छा थी सम्मान से अंतिम संस्कार

कोरोना वायरस (Coronavirus) पीड़ितों का इलाज करने के दौरान संक्रमित हुए डॉ साइमन की पत्नी आनंदी साइमन ने मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी (Edappadi K. Palaniswami) से अपने पति का पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने की अपील की.

 

चेन्नई. तमिलनाडु (Tamil Nadu) की राजधानी चेन्नई (Chennai) में कोरोना पीड़ितों का इलाज करने के दौरान संक्रमित हुए डॉ साइमन की पत्नी आनंदी साइमन ने मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी (Edappadi K. Palaniswami) से अपने पति का पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने की अपील की है. डॉ साइमन की COVID-19 से मौत हो गई थी, जब उनका शव कब्रिस्तान ले जाया जा रहा था, तभी भीड़ ने एंबुलेंस पर लाठी-डंडे और पत्थरों से हमला कर दिया. ये लोग नहीं चाहते थे कि डॉक्टर का शव कब्रिस्तान में दफनाया जाए. उनका कहना था कि इससे संक्रमण फैलेगा.

 

55 साल के डॉक्टर साइमन हरक्यूलिस एक प्रसिद्ध न्यूरोसर्जन थे. अप्रैल की शुरुआत में वो कोरोना पॉजिटिवपाए गए थे, जिसके बाद उनकी 19 अप्रैल को हार्ट अटैक की वजह से मौत हो गई. कब्रिस्तान में हुए हादसे के बाद उनकी पत्नी आनंदी साइमन ने सीएम से अपील की. आनंदी ने कहा कि वेंटिलेटर पर रखे जाने से ठीक पहले उन्होंने कहा था, ”उनका अंतिम संस्कार पूरे सम्मान से हो. मेरी मुख्यमंत्री से ये अपील है कि उनकी अंतिम इच्छा को पूरा किया जाए. उनकी मृत्यु के बाद, स्थानीय चर्च के पादरी ने किलपुक में दफनाने की अनुमति दी थी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया.’

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, जिस एंबुलेंस में 55 वर्षीय न्यूरोसर्जन के शव को श्मशान में लाया गया था, उसकी विंडस्‍क्रीन को डंडों से फोड़ दिया गया. डॉ. के प्रदीप कुमार ने बताया, “दो एम्बुलेंस चालक जो पार्थिव शरीर को एंबुलें से जमीन पर रख रहे थे, हमले में घायल हो गए. दो सेनिटाइजेशन ऑफिसर को भी काफी चोट आई. इसके अलावा तीन अन्‍य लोगों पर भी हमला किया गया.” डॉक्‍टर कुमार के अनुसार, तब उन्‍होंने दो वार्ड बॉय और एम्बुलेंस को लेकर खुद कब्रिस्‍तान ले जाने का फैसला किया. उन्‍होंने बताया, “वार्ड बॉय और मैंने जल्दी से शव को गड्ढे में उतारा क्योंकि हमें डर था कि हिंसा दोबारा ना हो.

 

स्वास्थ्य मंत्री सी विजय भास्कर ने नागरिकों को आश्वस्त करते हुए कहा कि COVID-19 पीड़ितों की मौत के बाद उन्हें दफनाने से आस-पड़ोस के लोगों को कोई नुकसान नहीं है. साथ ही उन्होंने जिन लोगों ने एम्बुलेंस और स्टाफ़ पर हमला किया था उनके खिलाफ सखी कार्रवाई करने के आदेश दी हैं.

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