बिहार में लॉकडाउन (Lockdown) का पालन ठीक से नहीं होने को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए लगातार अपील और सख्ती के बावजूद लोगों का रवैया चिंतित करने वाला दिख रहा है. लिहाजा अब मांग कर्फ्यू लगाने को लेकर भी उठ रही है. बिहार में मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी ने तो बिहार में कर्फ्यू लगाने की मांग की है. आरजेडी प्रवक्ता और विधायक भाई वीरेंद्र ने लॉकडाउन पर सख्ती दिखाने की जरूरत बताई है. उन्होंने बिहार में लॉकडाउन का पालन कराने के लिए कर्फ्यू लगाने की मांग की है.
आरजेडी की ही तरह बिहार में दूसरी विपक्षी पार्टियां भी सरकार से इसी तरह की मांग कर रही हैं. आरएलएसपी ने भी कहा है कि बिहार में लॉकडाउन का सख्ती से पालन होना चाहिए. पार्टी के प्रधान महासचिव माधव आनंद ने न्यूज18 से बात करते हुए कहा, ‘यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराए, क्योंकि शासन-प्रशासन की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री के ही हाथ में है.’ खासकर बिहार में हॉटस्पॉट वाले इलाके में भी ठीक लॉकडाउन का पालन नहीं होने पर उन्होंने चिंता जताई.
माधव आनंद ने कहा, ‘हॉटस्पॉट वाले इलाके में तो लॉकडाउन का पालन कर्फ्यू की तरह होना चाहिए,जो कि नहीं हो रहा है.’ गौरतलब है कि सबसे पहले आरएलएसपी की तरफ से ही पूरे बिहार में कर्फ्यू लागू करने की मांग की गई थी. लेकिन अब आरजेडी की तरफ से भी कर्फ्यू की मांग कर सरकार पर दबाव बढ़ाया जा रहा है.
विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी हर तरह से लॉकडाउन का पालन कराने की अपील की है. न्यूज18 से बात करते हुए कांग्रेस की पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने कहा, ‘बिहार में सही ढंग से टेस्टिंग नहीं हो पा रही है.’ बिहार में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या कम पाए जाने को लेकर उन्होंने कहा, ‘इसका मतलब यह नहीं है कि बिहार में संक्रमण कम है, बल्कि यहां टेस्टिंग की सुविधा नहीं हो पाने के कारण यह आंकड़ा कम दिख रहा है.’ बिहार सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए रंजीत रंजन ने कहा ‘देश भर में बिहार ऐसा प्रदेश है जो स्लो टेस्टिंग के मामले में नंबर वन है. बिहार सरकार देरी से एक्शन में आई है.’ उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार के मुख्यमंत्री बिहार के बाहर फंसे मजदूरों के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं.
लेकिन, इन तमाम आरोपों को लेकर जेडीयू की तरफ से प्रतिक्रिया देखने को मिली. जेडीयू नेता और बिहार सरकार में सूचना और जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा, ‘सरकार इस मुद्दे पर बहुत ही संवेदनशील है. मुख्यमंत्री रोज इसकी समीक्षा कर रहे हैं. बिहार में डोर टू डोर सर्वे किया जा रहा है. ऐसा करने वाला बिहार पहला राज्य है. सरकार लॉकडाउन का पालन कराने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.’
जेडीयू की तरफ से कर्फ्यू की मांग को गैरजिम्मेदाराना भी बताया गया है. लेकिन, इस कोरोनाकाल में कर्फ्यू की मांग ने बिहार का सियासी पारा बढ़ा दिया है.
Source: News18
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