बिहार की राजधानी पटना के बेउर सेंट्रल जेल में 2 गुटों के बीच झड़’प हो गई. दोनों गुटों के कैदियों के बीच जम’कर मा’रपीट हो गई. इससे जेल के अंदर अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया. इसके बाद सुरक्षाकर्मिंयों को हस्तक्षेप करना पड़ा तब जाकर स्थिति पर काबू पाया जा सका.
बताया जाता है कि जेल के अंदर वर्चस्व स्थापित करने को लेकर बंदियों के दो गुट आमने-सामने आ गए. एक गुट की अगुआई करने वाला पूर्व विधायक का करीबी बताया जा रहा है. वहीं, दूसरा गुट कुख्यात साइबर क्रिमिनल का है.
बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है, जब बेउर जेल के अंदर इस तरह से दो गुटों के बीच झड़प हुई है. इससे पहले भी ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं.
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को बेउर जेल में कैदियों के 2 गुटों के बीच हिंसक टकराव हो गया. अभिषेक उर्फ छोटे सरकार और कुख्यात साइबर क्रिमिनल राजवीर गुट के बीच झड़प हुई है.
बताया जाता है कि दोनों गुट के कैदी जेल के अंदर अपना वर्चस्व बनाने की जुगत में रहते हैं. इसी के चलते दोनों गुट के कैदियों के बीच झड़प हो गई. टकराव में दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई. इससे जेल के अंदर अफरा-तफरी का माहौल बन गया. हालांकि, जेल प्रशासन की ओर से इस झडप में घायल हुए कैदियों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है. बता दें कि अभिषेक को एक पूर्व विधायक का बेहद करीबी माना जाता है.
बेउर जेल प्रशासन ने दर्ज कराया मामला
बेउर जेल में अपराधी गुटों के बीच मारपीट पर जेल प्रशासन सख्त हो गया है. मारपीट की घटना को लेकर बेउर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. इसमें दोनों गुटों के लोगों के खिलाफ शिकायत की गई है.
बता दें कि बेउर जेल में 50 गिरोह के 140 कुख्यात अपरा’धी बंद हैं. दूसरी तरफ, इस घटना पर आईजी (कारागार) ने रिपोर्ट तलब की है.
बिहार के सबसे बड़े जेल की व्यवस्था पर सवाल
बेउर सेंट्रल जेल बिहार का सबसे बड़ा कारागार है. आदर्श केंद्रीय कारागार होने के बावजूद जेल के अंदर गुटबाजी में हिंसक झड़प होने से व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं. इससे पहले जब बेउर जेल में छापा मारा गया था तो उस वक्त भी कई प्रतिबंधित सामान बरामद गिए गए थे. अब हिंसक झड़प की घटना ने बेउर जेल के अंदर की व्यवस्था की पोल खोल दी है.
Be First to Comment