पटना : प्राथमिक विद्यालय योगीपुर में 18 जुलाई से 21 जुलाई के बीच तीन बार छत का प्लास्टर गिर चुका है। इससे बच्चे बाल-बाल बच गये। अब बच्चे कक्षा में बैठने से डर रहे हैं। इसकी जानकारी स्कूल प्रशासन ने पहले बीईओ, फिर डीईओ पटना को दी, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है।
स्कूल में दो कमरे हैं। दोनों की छत से प्लास्टर का टुकड़ा गिरता रहता है। 1970 में बने इस स्कूल की पिछले 16 साल से मरम्मत नहीं हुई। स्कूल में 130 बच्चे नामांकित हैं। यही स्थिति पटना जिला शिक्षा कार्यालय से सटे मध्य विद्यालय सैदपुर की है।
स्कूल का दो कमरा पूरी तरह से जर्जर है।मध्य विद्यालय गोलघर में दो कमरे इतने ज्यादा जर्जर हो चुके हैं कि अब वहां पर कक्षाएं नहीं चलती हैं। मध्य विद्यालय भंवर पोखर में दो कमरे में एक से आठवीं तक की कक्षाएं चलती हैं, लेकिन एक कमरा 2021 अगस्त में गिर गया। अब इस स्कूल में एक ही कमरे है जो जर्जर स्थिति में है। बरसात में बच्चे छाता लगाकर बैठते हैं।
स्कूल में दो कमरे हैं। दोनों ही जर्जर हैं। दोनों ही कमरे की छत से छज्जा आए दिन गिरता रहता है। बच्चे बैठने से डरने लगे हैं। बारिश में पानी टपकता है। पिछले चार दिनों में तीन बार छत से छज्जे का टुकड़ा गिर चुका है। इसकी जानकारी बीईओ और डीईओ को भी दी गयी है।
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