लॉकडाउन में दूसरे राज्यों में फंसे बिहार के पौने सात लाख श्रमिकों के खाते में एक-एक हजार की राशि भेजी गई है। इनमें सबसे अधिक एक लाख 30 हजार दिल्ली तो 96 हजार लाभार्थी हरियाणा में अभी हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर इन श्रमिकों को एक-एक हजार उनके खाते में दिया जा रहा है। ताकि लॉकडाउन में उन्हें राहत मिल सके। इसके अलावा संबंधित राज्य सरकार से संपर्क कर ऐसे श्रमिकों को राशन समेत अन्य जरूरी सहायाता भी मुहैया करायी जा रही है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद इस पूरे काम की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने इस कार्य की तेजी पर प्रशंसा भी जाहिर की है। दूसरे राज्यों में फंसे बिहार के श्रमिकों द्वारा अब-तक 13 लाख 26 हजार से अधिक आवेदन मिले हैं। जरूरतमंदों के और आवेदन अभी मिल रहे हैं। सभी प्राप्त आवेदनों का शीघ्र निष्पादन कर राशि अंतरित करने की कार्रवाई की जा रही है।
लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हैं बिहार के मजदूर
कोराना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण देश में लॉकडाउन जारी है। इस कारण से देश के कोने-कोने में प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं, जिन्हें काफी परेशानी हो रही है। बिहार के मजदूरों की मदद के लिए बिहार सरकार आगे आई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर इनके खाते में तत्काल एक-एक हजार रुपए भेजे जा रहे हैं। यह पूरा मुख्यमंत्री की देख-रेख में हो रहा है।
दिल्ली में 10 जगहों पर बिहार सरकार ने की मजदूरों के लिए खाने की व्यवस्था
लोगों को सहायता देने के साथ-साथ बिहार में लगभग 10 जगहों पर प्रवासी मजदूरों के लिए खाने की व्यवस्था की गई है। यहां उन्हें दो टाइम का खाना दिया जाता है। दिल्ली स्थित बिहार भवन से प्रवासी मजदूरों को राहत पहुंचाने के काम की मॉनिटरिंग की जा रही है।
बिहार में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढकर हुई 70
बिहार के नालंदा और मुंगेर जिलों में बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के चार नये मामले सामने आने के साथ ही प्रदेश में कुल ऐसे मामले बढ़कर 70 हो गए हैं। इनमें से एक की 21 मार्च को मौत हो गई थी। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बुधवार को बताया कि नालंदा जिले में दो महिलाओं और एक पुरुष के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। तीनों लोग दुबई से लौटे एक व्यक्ति के संपर्क में आए थे।
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