मुजफ्फरपुर : मोतीपुर नगर परिषद के साढ़ा डंबर में अवै’ध आइसक्रीम फैक्ट्री में विस्फो’ट के दूसरे दिन भारी हंगा’मा हुआ। शुक्रवार दोपहर एक बजे पोस्टमार्टम से मोनू कुमार (17) का श’व लाया गया। मुआवजे की मांग करते हुए श’व को फैक्ट्री के गेट पर रख दिया। तनाव को देखते हुए कुछ घंटे बाद परिजन श’व अपने घर ले गए। एफआईआर की कॉपी व आरो’पितों की गिर’फ्तारी की मांग करते हुए श’व के दा’ह सं’स्कार नहीं करने पर अड़ गए। हा’दसे के 24 घंटे बाद शाम करीब पांच बजे पुलिस ने एफआईआर की कॉपी उपलब्ध करायी।
इसके बाद विधायक अरुण कुमार सिंह ने अपदा विभाग के अधिकारियों से बात की और मुआवजे का अश्वासन परिजनों को दिया। तब शाम करीब छह बजे परिजन शव को दा’ह सं’स्कार के लिए ले गए। परिजन पुलिस की कार्यशौली से काफी ना’राज थे। परिजनों का आ’रोप था कि घट’ना के बाद बयान दर्ज करा दिया गया था, लेकिन पुलिस एफआईआर की या नहीं यह नहीं बता रही थी। लोगों को शक था कि आरोपि’तों को बचाया जा रहा है। दूसरी ओर गांव में पंचायत कर पीड़ित परिवार पर केस नहीं करने का दबाव बनाया जा रहा था।
इधर, थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने परिजनों के आरोप को निराधार बताया। कहा कि मृतक के भाई सोनू कुमार के बयान पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। आरोपित फैक्ट्री संचालक रूपनंदन राय व कृष्णा कुमार की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। हा’दसे में ज’ख्मी संचालक के पुत्र अर्जुन कुमार का पुलिस अभिरक्षा में इलाज चल रहा है। हादसे में घायल अर्जुन व मिस्त्री राजू सहनी की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। दोनों का शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
आइसक्रीम फैक्ट्री हाद’से में मृतक मोनू कुमार के भाई सोनू कुमार ने फैक्ट्री संचालक रूपनंदन राय, कृष्णा कुमार और अर्जुन कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। मामले में कहा कि तीनों आरोपित उनके साढ़ा डंबर स्थित घर पर आए और कहा कि आइसक्रीम फैक्ट्री का कंप्रेसर मशीन खराब हो गया है जिसे ठीक करने के लिए मिस्त्री आ रहा है। मोनू कुमार को मिस्त्री की मदद के लिए अपने साथ ले गया। वहां मेंटेनेंस के दौरान कंप्रेसर मशीन फट गया जिससे उसके भाई मोनू कुमार की मौ’त हो गई और मिस्त्री राजू सहनी व आरोपित अर्जुन राय घायल हो गए। थानाध्यक्ष ने बताया कि बयान के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है।
घट’ना की जांच को गठित पांच सदस्यीय टीम शुक्रवार को हादसे की जांच नहीं कर सकी। मृ’तक के परिजन व ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से गठित टीम शुक्रवार को जांच के लिए आइसक्रीम फैक्ट्री में नहीं आयी। नहीं परिजनों से ही घटना को लेकर पूछताछ की। दूसरी ओर सीओ अरविंद कुमार अजित ने कहा कि जांच के लिए टीम घटनास्थल पर गई थी। मृतक मोनू के शव को परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर आइसक्रीम फैक्ट्री के गेट पर रख दिया था जिस कारण टीम वापस लौट आई। शनिवार को टीम जांच करने जाएगी।
नगर परिषद कार्यालय से महज दो सौ गज की दूरी रिहायशी इलाके में अवै’ध रूप से चल रही आइसक्रीम फैक्ट्री की भनक न तो ईओ को लगी और नहीं सीओ को। उक्त घ’टनास्थल के सामने 20 फीट की दूरी पर दूसरी आइसक्रीम फैक्ट्री भी चल रही थी। हादसे के बाद संचालक बंद कर फरा’र हो गया। इस तरह नगर से लेकर ग्रामीण इलाकों में दर्जनभर आइसक्रीम के अलावा अवै’ध रूप से दर्जनों आरओ, प्लाइवुड फैक्ट्रियां बदस्तूर चल रही हैं। इससे नगर परिषद के साथ साथ जिला प्रशासन को राजस्व की हानि हो रही है।
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