मुजफ्फरपुर : पैदल चलने वालों की सुरक्षित यात्रा के लिए फुटपाथ अनिवार्य है, लेकिन स्मार्ट सिटी का दर्जा प्राप्त कर चुके शहर में कहीं भी फुटपाथ का निर्माण नहीं हुआ है। शहर में सड़क एवं नाला के बीच बने फ्लैंक को ही फुटपाथ मानकर चलते हैं।
अतिक्रमणकारियों ने इसे पूरी तरह से अपने कब्जे में ले लिया है। फुटपाथ बड़े दुकानदारों की जागीर एवं सब्जी दुकानदारों की मंडी बनी है। राहगीरों की जान हमेशा खत’रे में रहती है। वहीं प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह ला’परवाह बनी हुई है।
बता दें, शहर के कई प्रमुख इलाके ऐसे हैं जहां सड़क पर चलने वालों की जान पर ख’तरा बना रहता है। क्लब रोड, पानी टंकी चौक को मिठनपुरा चौक से जोड़ने वाले क्लब रोड पर यातायात का भारी दबाव है। इस रोड में मॉल, मार्केट, स्कूल, कालेज, बैंक, आडिटोरियम व पार्क जैसी महत्वपूर्ण जगहें हैं। वाहनों के साथ-साथ पैदल चलने वालों का इस सड़क पर तांता लगा रहता है। हाल ही में सड़क का चौड़ीकरण हुआ है। इसके बावजूद पैदल चलने वालों के लिए जगह नहीं मिल रही है।
फुटपाथ के साथ सड़क भी अतिक्रमणकारियों एवं अवैध पार्किंग करने वालों के कब्जे में है। इस रोड में दो-दो बैंकों के क्षेत्रीय कार्यालय भी हैं। इन कार्यालयों के कर्मचारी फुटपाथ पर ही गाड़ी खड़ी करते हैं। जुब्बा सहनी पार्क एवं आडिटोरियम के पास फुटपाथ पर फास्ट फूड से लेकर सब्जी वालों की दुकानें सजती हैं। मॉल का अपना पार्किंग स्थल है, लेकिन बड़ी संख्या में लोग सड़क पर ही वाहन लगा मॉल में जाते हैं।
जवाहर लाल रोड – कल्याणी चौक से सरैयागंज टावर को जोड़ने वाले जवाहर लाल रोड में भी फुटपाथ बेमानी है। कल्याणी चौक से लेकर आर्य समाज मंदिर तक फुटपाथ पर सब्जी मंडी सजती है। वहीं इस मार्ग के दुकानदारों ने फुटपाथ पर अपनी दुकान का सामान सजा रहता है। शहर में फुटपाथ का अस्तित्व पूरी तरह समाप्त हो चुका है। किसी ने फुटपाथ पर अवै’ध दुकान खोल रखी है तो किसी ने वाहन पार्किंग स्थल बना रखा है। ऐसे में पैदल चलने वालों को बीच सड़क होकर चलना पड़ता है।
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