मुजफ्फरपुर : एईएस पर लोगों को जागरूक करने के लिए एमआईटी के छात्रों का बनाया गया चमकी एप बंद हो गया। प्रशासन की उदा’सीनता से एप नहीं चल सका। वर्ष 2020 में एमआइटी के आइटी विभाग के छात्र नीतीश कुमार ने च’मकी बु’खार के फैलाव को रोकने लिए यह एप बनाया था। तत्कालीन डीएम आलोक रंजन घोष ने पहल कर यह एप तैयार कराया था।
एप बनाने वाले छात्र नीतीश कुमार ने बताया कि इस एप की खासियत थी कि इससे चमकी पी’ड़ित की सीधी जानकारी प्रशासन को मिल जाती। एप में एक रिपोर्ट का ऑप्शपन था, जिसमें व्यक्ति अपनी पूरी जानकारी भरकर दे सकता था।
इसके अलावा चमकी बु’खार से बचाव के लिए क्या-क्या चीजें करनी चाहिए, वह इस एप से जानी जा सकती थी। इस एप पर सभी स्थानीय अस्पताल और उनकी लोकेशन की जानकारी दी गयी थी। एप को प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
छात्र नीतीश ने बताया कि उसका बनाया एप अब भी प्ले स्टोर में उपल्ब्ध है लेकिन यह अब काम नहीं रहा। उधर, राज्य स्वास्थ्य समिति ने भी एईएस की निगरानी के लिए एक एप तैयार किया है। इसका नाम अपेडेट दर्पण एप रखा गया है।
राज्य स्वास्थ्य समिति ने सभी सिविल सर्जन, पीएचसी प्रभारी और अस्पताल उपाधीक्षक को इस एप के डाउनलोड करने का निर्देश दिया है। इसी एप से एईएस में डॉक्टरों की उपस्थिति बनेगी। डॉक्टरों को सुबह पांच से छह बजे के बीच अपनी उपस्थिति इस एप से बता देनी है।
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