रियल एस्टेट कंपनी सुपरटेक को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) से तगड़ा झ’टका लगा है। मिली जानकारी के मुताबिक एनसीएलटी की दिल्ली बेंच ने सुपरटेक को दिवा’लिया घोषित कर दिया है। यह फैसला यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की याचिका पर सुनाया गया है।
आपको बता दें कि सुपरटेक में करीब 25 हजार होम बायर्स का भविष्य दांव पर है। एनसीएलटी के इस फैसले से होम बायर्स भी प्रभावित हो सकते हैं। हालांकि, सुपरटेक ने बयान जारी कर बताया है कि इस फैसले के खिला’फ अपीलीय न्यायाधिकरण (NCLAT ) में अपील करेगी।सुपरटेक ने कहा, “होम बायर्स के हित में, परियोजनाओं के निर्माण और वितरण को प्राथमिकता दी गई थी। पिछले 7 वर्षों के दौरान हमारे पास 40,000 से अधिक फ्लैट वितरित करने का एक मजबूत रिकॉर्ड है और हम अपने “मिशन कंप्लीशन 2022″ के तहत अपने खरीदारों को डिलीवरी देना जारी रखेंगे, जिसके तहत हमने दिसंबर, 2022 तक 7000 यूनिट देने का लक्ष्य रखा है।”बता दें कि सुपरटेक लिमिटेड की एनसीआर-गुरुग्राम, गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कई परियोजनाएं हैं। सुपरटेक लिमिटेड द्वारा बनाए गए फ्लैटों के कब्जे के लिए 25,000 से अधिक घर खरीदार इंतजार कर रहे हैं।एक अन्य मामले में उत्तर प्रदेश में नोएडा के सेक्टर 93 -ए स्थित सुपरटेक अमराल कोर्ट के दोनों टावर 22 मई को ध्व’स्त किए जाएंगे, लेकिन ध्वस्ती’करण से पहले 10 अप्रैल को परीक्षण विस्फो’ट किया जाएगा।
Be First to Comment