बिहार: जहां एक तरफ लोगों में क्रिसमस और नए साल की ख़ुशी है तो वही दूसरी तरफ पटना में क्रिसमस और नए साल पर दर्शक तारामंडल में अंतरिक्ष की सैर नहीं कर पाएंगे। दरअसल, तारामंडल आम दर्शकों के लिए बंद हो चुका है। अब तारामंडल शो का संचालन दोबारा कब से शुरू होगा, इस पर फिलहाल तारामंडल प्रशासन की ओर से कोई निर्णय नहीं हुआ हैं।
खबरों के अनुसार, राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद द्वारा तारामंडल थियेटर के बाहरी हिस्सों में वाटर प्रूफिंग का काम चल रहा है। इसके कारण दर्शकों के लिए शो का संचालन बंद किया गया है। यह काम जनवरी तक पूरा होगा। तारामंडल को पूरी तरह डिजिटल करने का लक्ष्य डेढ़ साल का रखा गया है। तारामंडल शो देखने आने वाले दर्शक इससे अंतरिक्ष की सैर रोमांचक तरीके से कर सकेंगे। इसमें प्रोजेक्टर, स्क्रीन, कुर्सियां, एसी, बिजली और सिपेज का काम होगा। इसके बाद यह थियेटर पूरी तरह नया हो जाएगा। 31 करोड़ रुपये की लागत से इसे डिजिटल किया जा रहा है।
तारामंडल में लगभग दो दशक से स्काई थियेटर शो चल रहे हैं। स्काई थियेटर की मशीन भी बहुत पुरानी हो गई है। करीब 1993 से मशीन हैं। शो संचालन में कठिनाई हो रही है। शो का समय कम होता जा रहा है। फिल्म का समय 35 मिनट से घटकर 25 मिनट हो गया है। स्क्रीन भी छोटी होती जा रही है। चार शो से अधिक चलने की क्षमता मशीन में नहीं है। सप्ताह में एक दिन इसे बंद रखकर चलाया जाता है। शो एक-एक घंटे के रोटेशन पर संचालित होता है।तारामंडल थियेटर शो नए रूप में विकसित होने पर सीटें कम की जाएंगी। वर्तमान में 263 सीटें हैं। यह घटकर 190 से 200 हो जाएंगी। डिजिटल होने पर फिल्म बदलने में भी सुविधा होगी। खर्च भी कम आएगा।तारामंडल डिजिटल होने के बाद अंतरिक्ष पर नई-नई फिल्में देखने को मिलेंगी। दर्शक टूडी और थ्रीडी फिल्में चश्मा लगाकर देख सकेंगे।
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