इंटर परीक्षा परिणाम में जहां एक तरफ लड़कियों ने अपना परचम लहराया वहीं, लड़के भी पीछे नहीं है। शिवहर के जहांगीर आलम व समस्तीपुर के अभिषेक सुमन ने टॉप 5 में अपना स्थान बनाया है। साथ ही दरभंगा के सुशील कुमार गुप्ता ने भी साइंस टॉप 10 में अपनी जगह बनाई है।
शिवहर के जहांगीर आलम ने सूबे में प्राप्त किया तीसरा स्थान
शिवहर के पिपराही प्रखंड के सिंगाही गांव निवासी मो. शाहिद आलम के पुत्र जहांगीर आलम ने इंटर साइंस में 474 अंक लाकर सूबे में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। जहांगीर आलम ने कलावती जियालाल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अंबा कला से मैट्रिक की परीक्षा 375 अंक के साथ प्रथम श्रेणी से पास की थी। वहीं उसके बाद आरआर कॉलेज शिवहर से इंटर की पढ़ाई कर रहा था। सूबे में तीसरा स्थान लाकर अपने स्वजनों को खुशियों की सौगात दी है। जहांगीर के पिता एक मध्यमवर्गीय किसान हैं जबकि माता दुखिया खातून एक कुशल गृहिणी। इसके दो भाई बाहर के प्रदेशों में काम करते हैं। बकौल जहांगीर आलम की दिली ख्वाहिश आईआईटी पास कर इंजीनियर बनने की है। इस उपलब्धि से न सिर्फ परिवार के लोग बल्कि गांव में खुशी की लहर है लोग लगातार बधाईयां दे रहे हैं।
समस्तीपुर के विभूतिपुर के अभिषेक सुमन स्टेट में चौथे नंबर पर
12वीं साइंस में समस्तीपुर के रोसड़ा अनुमंडल के विभूतिपुर प्रखंड के अभिषेक सुमन ने साइंस में चौथा स्थान प्राप्त किया है। उसे 471 अंक मिले हैं। गणित में 99 अंक प्राप्त किया है। वह समस्तीपुर काॅलेज का छात्र है। दसवीं की परीक्षा में भी मेधावी छात्र ने जिला टॉप किया था। अभिषेक ने प्रारंभिक शिक्षा मध्य विद्यालय मानाराय टोल से ही प्राप्त की। इसके बाद गांव के ही एसएस हाईस्कूल से अपनी आगे की पढ़ाई की। अभिषेक ने मैट्रिक में 86.6 प्रतिशत अंक प्राप्त किया था। उसकी इस सफलता से पिता मानारायटोल निवासी चंद्रमौली राय, मां सविता देवी, दादा मैथिली के साहित्यकार रमाकांत राय रमा, दादी मीना देवी सहित बहन दीप शिखा, भाई निहाल सुमन और नैतिक सुमन की खुशी का ठिकाना नहीं है। अभिषेक सुमन ने बताया कि वह सिविल सेवा में कॅरियर बनाकर समाज की सेवा करना चाहता है।
फोटो ठेला पर भूजा बेचने वाले के बेटे का नाम टाप टेन में
बिहार के विज्ञान के टॉप टेन छात्रों में सीएम साइंस कॉलेज का छात्र सुशील कुमार गुप्ता भी है ।उसके पिता हरिशंकर गुप्ता प्रतिदिन दरभंगा टावर के फुटपाथ पर ठेेला लगाकर भुजा बेचते हुए अपना तथा अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं ।सुशील को कुल 471 अंक आए हैं । उस ने इच्छा जताई है कि आपने मार्गदर्शक शिक्षक डीके धर्मात्मा के देखरेख में वह आगे एक बेहतर इंजीनियर बनकर देश के विकास में योगदान देगा ।सुशील शुरू से मेधावी रहा है ।राज हाई स्कूल से उसने मैट्रिक की परीक्षा पास की थी। उसमें भी जिले में उस को पांचवां स्थान प्राप्त हुआ था।
Source: Jagran
Be First to Comment