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अब बिहार में लॉक डाउन के आदेश की धज्जियां उड़ाने वालो पर सख्‍ती करेगी पुलिस, सड़कों पर निकलना होगा मुश्किल

पटना में पहले दिन ही उड़ी लॉक डाउन के आदेश की धज्जियां,
राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने अब सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। एक और सभी जिलों में कोरोना के संदिग्ध और संक्रमित लोगों की निगरानी के लिए पांच अलग-अलग मॉनिटरिंग सेल बनाए जाएंगे, वहीं दूसरी ओर राज्य में लॉक डाउन को प्रभावी बनाने के लिए पुलिस बल का प्रयोग किया जाएगा। आपात सेवा को छोड़ कोई भी व्‍यक्ति आसानी से सड़क पर नहीं निकल पाएगा।

मुख्‍य सचिव ने की हाई लेवल बैठक

सोमवार को राज्य के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने सभी जिलाधिकारियों आरक्षी अधीक्षकों प्रमंडलीय आयुक्तों सिविल सर्जनों के साथ वीडियो कांफ्रेंस कर सरकार के इन फैसलों की जानकारी दी। इसके बाद मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य के प्रधान सचिव, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक समेत दूसरे अन्य विभागों के प्रधान सचिवों के साथ बैठक कर कई अन्य आवश्यक कदम उठाने पर विमर्श किया।

 

अब बल का प्रयोग करेगी पुलिस

उच्च स्तरीय बैठकों के बाद राज्य के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि राज्य में अब तक कोरोना के तीन संक्रमित व्यक्ति मिले हैं। जबकि, करीब 550 लोगों को संदेह के आधार पर होम आइसोलेशन में भेजा गया है। उन्होंने बताया कि राज्य में 31 मार्च तक लॉक डाउन किया गया है। लॉक डाउन को सफल बनाने के लिए अब पुलिस बल का प्रयोग किया जाएगा।

जिला स्तर पर पांच अलग-अलग सेल

उन्होंने कहा कि बड़ी समस्या कोरोना संदिग्ध और संक्रमित लोगों की मॉनीटरिंग है। इसके लिए जिला स्तर पर पांच अलग-अलग सेल बनाए जाएंगे। ये सभी सेल जिलाधिकारी की अध्यक्षता में काम करेंगे। उन्होंने कहा क्वॉरेंटाइन सेंटर और क्वॉरेंटाइन में रखे गए संक्रमित व्यक्तियों की मॉनीटरिंग के लिए दो अलग-अलग सेल होंगे। इसके साथ ही आइसोलेशन वार्ड और आइसोलेशन किए गए लोगों पर निगाह रखने के लिए भी दो सेल होंगे। पांचवां सेल संक्रमित लाेगाें की ट्रैवल हिस्ट्री तैयार करने और इस जानकारी इकट्ठा करने के लिए होगा।

प्रधान सचिव ने बताया कि एक फैसला यह भी हुआ है कि ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूलों को क्वारन्टीन सेंटर बनाया जाएगा। यदि ग्रमीणों को किसी व्यक्ति पर संदेह है तो उस व्यक्ति को स्कूल में बने क्वारन्टीन सेंटर ने रखा जाएगा। इस सेंटर की निगरानी गांव के मुखिया, वार्ड सदस्य, आंगनबाड़ी सेविका और आशा कार्यकर्ता की जिम्मेदारी होगी।

सड़कों पर निकलना होगा मुश्किल

राज्य के सभी एसपी की अध्यक्षता में एक इनफॉर्मेंट सेल बनाने का फैसला भी बैठक में किया गया। पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने बताया कि इस सेल का काम राज्य में लागू लॉक डाउन की समीक्षा कर सरकार को रिपोर्ट देना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी एसपी लॉक डाउन को सफल बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि अगले 24 घंटे के अंदर बस, ट्रेन और हवाई यात्राएं पूरी तरह से बंद हो जाएंगी। सड़कों पर आसानी से कोई भी व्यक्ति नहीं निकल पाएगा। सिर्फ आपात सेवा के लिए ही राज्य वासी सड़कों पर निकल सकेंगे। डीजीपी ने बताया कि लॉक डाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 269, 277 और 271 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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