मुजफ्फरपुर। सावन माह का समय रहने से मांस और मछली की मांग में गिरावट आ गयी है। इस समय अधिकतर लोग मांसाहारी भोजन करना पसंद नहीं करते हैं। सावन माह के बाद इसके बाजार में तेजी आने की उम्मीद है।
शहर के विभिन्न बाजार में जहां मुर्गा और मांस की कीमत में बीस रुपये प्रतिकिलो की गिरावट आयी है। वहीं मछलियों की कीमत में तीस से चालीस रुपये प्रतिकलो की दर से गिरावट आयी है। पर्वो के कारण मछली का व्यापार सुस्त चल रहा है।
ग्राहकों की मांग नहीं रहने से आंध्र प्रदेश वाले मछलियों की भी आवक में कमी आ गई है। इस समय बरसात का मौसम रहने से नदी, तालाब एवं पोखर वाले लोकल मछलियां ज्यादा आ रही है।
कृषि उत्पादन बाजार समिति के थोक मछली कारोबारी पंकज ने बताया कि इस समय सावन माह रहने के कारण अधिकांश लोग मछली खाना छोड़ देते हैं। इस कारण इनदिनों व्यापार ढीला चल रहा है। यहां के मंडी में रोहू, कतला 80 से 120 रुपये प्रतिकिलो की दर से बिक्री हुई।
शहर के विभिन्न बाजार जीरो माईल, अहियापुर, अखाड़ाघाट, कटहीपुल, लक्ष्मी चौक, भगवानपुर, सतपुरा, आमगोला, मिठनपुरा, कच्ची सराय अतरदह आदि इलाकों में जिंदा ब्यॉलर मुर्गा 120 से 140 रुपये प्रतिकिलो की दर से बिक रहा है। वहीं बिना स्कीन वाले मुर्गा 160 से 180 रुपये प्रतिकिलो से दर से बेचा जा रहा है।
वहीं खुदरा बाजार में रोहू एवं कतला मछलियां 120 से 160 रुपये प्रतिकिलो की दर से बिक रही हैं। हालांकि नदी, तालाब एवं पोखर वाले लोकल मछलियां की आवक अभी ज्यादा है। विभिन्न किस्मों वाले छोटी-छोटी मछलियां 60 से 100 रुपये प्रतिकिलो की दर से बेचा जा रहा है।
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