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Nirbhaya Case: फां’सी से एक दिन पहले SC ने खारिज की दोषी पवन की याचिका, नहीं माना ना’बालिग

निर्भया गैंगरे’प और म’र्डर केस में मौ’त की सजा पाए दोषी पवन गुप्ता की याचिका को एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है. पवन गुप्ता ने नाबालिग होने के अपने दावे को खारिज करने के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट से पुनर्विचार करने का अनुरोध किया था. आपको बता दें कि दिल्ली की निचली अदालत द्वारा जारी नए डे’थ वारंट के मुताबिक, निर्भया रेप केस के सभी दो’षियों को एक फरवरी को सुबह छह बजे फां’सी दी जानी है.

सुप्रीम कोर्ट ने निर्भया के दो’षी पवन की याचिका को 20 जनवरी को खारिज कर दिया था, जिसमें उसने दावा किया था कि घटना के वक्त वह नाबालिग था. याचिका में दोषी मुकेश ने नाबालिग होने के दावे को हाईकोर्ट द्वारा खारिज किए जाने के फैसले को चुनौती दी थी.

वहीं दिल्ली की एक अदालत ने निर्भया सामूहिक ब’लात्कार एवं ह’त्याकांड मामले में मौ’त की सजा पाए तीन दो’षियों की एक फरवरी को होने वाली फांसी पर रोक के अनुरोध वाली उनकी याचिका पर अपना आदेश सुरक्षित रखा. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र राणा ने तिहाड़ जेल अधिकारियों और दो’षियों के वकील की दलीलें सुनने के बाद आदेश सुरक्षित रखा. तिहाड़ जेल अधिकारियों ने मामले में अपनी फां’सी पर रोक के अनुरोध वाली तीनों दो’षियों की याचिका को चुनौती देते हुए कहा कि सिर्फ एक दो’षी की याचिका लंबित है और अन्य को फां’सी दी जा सकती है.

इस मामले में थे छह आरोपी
निर्भया गैंगरे’प और मर्ड’र केस में छह आ’रोपी शामिल थे. इनमें से एक नाबालिग था, इसलिए उसके मामले की सुनवाई किशोर अदालत के समक्ष हुई और वह सजा मिलने के बाद रिहा हो चुका है. वहीं अन्य आ’रोपी राम सिंह ने तिहाड़ जेल में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी. विनय सहित चार आरो’पियों को अदालत ने दोषी माना और उन्हें मौ’त की सजा सुनाई. गौरतलब है कि 16 दिसंबर 2012 को हुई इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था.  छह आरो’पियों ने 23 वर्षीय महिला के साथ चलती बस में मिलकर दुष्क’र्म किया था और उसकी बुरी तरफ पिटाई की थी. बाद में छात्रा की मौ’त हो गई थी

 

पवन जल्लाद पहुंचा तिहाड़ जेल
निर्भया के दोषियों को फां’सी देने के लिए पवन जल्लाद हथियारबंद जवानों की कड़ी सुरक्षा में गुरुवार को दोपहर बाद तिहाड़ जेल पहुंचा. जल्लाद के पहुंचने की सूचना तिहाड़ जेल महानिदेशालय को दे दी गई. जेल महानिदेशक संदीप गोयल ने जल्लाद के पहुंचने की सूचना मिलते ही महानिदेशालय परिसर में एक आपात बैठक बुलाई. बेहद गोपनीय यह बैठक लंबे समय तक चली. बैठक की अध्यक्षता खुद डीजी जेल ने की.

 

तिहाड़ में कहां है सभी दोषी
निर्भया गैंगरेप के सभी दोषियों को जेल नंबर तीन में है और वे चारों काल-कोठरियां हैं, जिनमें निर्भया के कातिल कैद करके रखे गए हैं. फां’सीघर भी इसी तीन नंबर जेल में ही मौजूद है, उन काल-कोठरियों से चंद कदम दूर जिनमें मुजरिम मौजूद हैं. जेल सूत्रों के एजेंसी को बताया है कि कुछ देर पहले ही तिहाड़ प्रशासन ने जेल के फां’सीघर को पूरी तरह से पवन जल्लाद के हवाले कर दिया है. जेल नंबर तीन के अधिकारी खुद ही पवन जल्लाद को फां’सीघर तक लेकर पहुंचे. जेल सूत्रों की मानें तो पवन जल्लाद कुछ देर पहले ही फां’सीघर का मौका-मुआयना भी कर चुका है. फांसी घर का मौका-मुआयना करने के बाद जल्लाद ने मौखिक रूप से कुछ बातें जेल नंबर तीन के अधिकारियों को भी बताई हैं. इन बेहद संवेदनशील बातों का खुलासा नहीं हो सका है.

(इस खबर को  मुजफ्फरपुर न्यूज़ टीम ने संपादित नहीं किया है. यह हिंदुस्तान फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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