कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मध्य प्रदेश के मऊ में कुंभ स्नान को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा और सैकड़ों किलोमीटर दूर बिहार में सियासी उबाल आ गया। खरगे के बयान पर बीजेपी और जेडीयू के नेता उनपर हमलावर हैं तो लालू यादव की पार्टी राजद उनके बचाव में उतर गई है। नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू नेता नीरज कुमार ने इंदिरा गांधी और संजय गांधी की याद दिलाई है तो भाजपा के अजय आलोक ने खरगे को बूढ़ा नेता बताया है। राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि आदरणीय खरगे ने आस्था पर चोट नहीं पहुंचाया है।
जनता दल यूनाइटेड के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि जब कांग्रेस हुकूमत में थी और शासकीय व्यवस्था की जाती थी। यह आस्था का सवाल है। इंदिरा गांधी ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था। तो देश से गरीबी दूर हो गई क्या? संजय गांधी ने रोजगार की बात कही थी तो सब लोगों को रोजगार मिल गया क्या? पार्यावरण की चिंता की थी तो वृक्षारोपण के बाद प्रदूषण समाप्त हो गया? आस्था के सवाल पर मल्लिकार्जुन खरगे जी को ऐसे नहीं बोलना चाहिए। इसीलिए कांग्रेस की ऐसी राजनैतिक दुर्दशा हो रही है।
उधर बीजेपी के प्रवक्ता अजय आलोक खरगे के बयान पर उखड़ गए। उन्होंने तू तड़ाक की भाषा का उपयोग करते हुए कहा कि खरगे जी की उम्र हो गई। इस वजह से वे अक्सर खड़क जाते हैं। इस बार ऐसा खड़के कि कुंभ स्नान पर ही सवाल उठा दिया। 130 करोड़ हिंदूओं की आस्था पर उन्होंने प्रश्नचिन्ह उठा दिया है। गरीबों की अपनी आस्था होती है और उर सवाल उठाने का अधिकार किसी को नहीं है। ये वही खरगे हैं जो कहते थे कि मोदी आएंगे तो सनातन आ जाएगा। ऐसे लोगों से कोई सहानुभूति नहीं होना चाहिए। पटना में केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे का बयान हिंदू धर्म का अपमान है। ऐसा अपमान करना ठीक नहीं है।
इधर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि खरगे जी ने अपने भाषण में कहा कि उनका टारगेट किसी का आस्था को ठेस पहुंचाना नहीं था। उन्होंने बुरा लगने वालों से माफी भी मांगी थी। कुंभ स्नान पहले भी होता है और आज भी हो रहा है। ये सनातन धर्म बीजेपी का नहीं है। इसमें बीजेपी वोट की राजनीति करती है।
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