एक क्लिक में गली-मोहल्ला साफ होगा। इसको लेकर बिहार का मुजफ्फरपुर नगर निगम अपना मोबाइल एप बनाने की तैयारी कर रहा है। इसमें निगम की सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। कूड़ा, गड्ढा, स्ट्रीट लाइट, जलापूर्ति, फॉगिंग, कचरा उठाव, पार्क आदि से संबंधित समस्या की शिकायत लोग एप पर कर सकेंगे। उन्हें निगम कार्यालय का चक्कर लगाने या अधिकारियों को कॉल करने की जरूरत नहीं होगी। स्मार्ट फोन से गंदगी या अन्य समस्या से जुड़ी फोटो के साथ लोकेशन भेजने की सुविधा एप पर होगी। स्मार्ट सिटी से बने इंटीग्रेटेड कंट्रोल व कमांड सेंटर (आईसीसीसी) के जरिए मोबाइल एप का तकनीकी संचालन होगा। एप से मिलने वाली शिकायतों के समाधान की समय सीमा भी निर्धारण की जा सकती है।एप पर शिकायत दर्ज होने के बाद निगम की संबंधित शाखा के टालमटोल की गुंजाइश भी नहीं रहेगी। निगम के अधिकार आसानी से इसकी मॉनिटरिंग कर सकेंगे। अभी ऑनलाइन टैक्स व नक्शा की ही सुविधा निगम में फिलहाल ऑनलाइन टैक्स व भवनों के नक्शा के आवेदन की ही सुविधा उपलब्ध है। इसमें भी तकनीकी कारणों से बार-बार समस्या होती रहती है। यही कारण है कि ऑनलाइन टैक्स भुगतान की रफ्तार 15 प्रतिशत से भी कम है। कई बार नक्शा के लिए ऑनलाइन आवेदन में भी परेशानी होती है।
कई नगर निगमों द्वारा मोबाइल एप का संचालन किया जा रहा है। दिल्ली नगर निगम की सफाई से जुड़े ‘एप 311’ में गंदगी या कचरा संवेदनशील प्वाइंट (गार्बेज वल्नरबल प्लाइंट) की शिकायत मिलने पर निर्धारित समय सीमा में सफाई का प्रावधान है। गाजियाबाद नगर निगम के एप में रिक्वेस्ट जनरेट, शिकायत, जानकारी, सुझाव, ट्रेड लाइसेंस, एनओसी व अन्य सुविधाएं है।
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