दिल्ली की राजनीतिक गलियारे से बड़ी खबर आ रही है। आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस से नाता तोड़ लिया है। दिल्ली में लोकसभा की सातों सीटों पर आम आदमी पार्टी की हार के बाद हाथ का साथ छोड़ दिया है। इस बात की घोषणा आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने की।
दिल्ली स्थित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर गुरुवार को आम आदमी पार्टी ने बैठक बुलाई थी। इसी बैठक में इस बात का ऐलान किया गया कि कांग्रेस से सिर्फ लोकसभा चुनाव तक ही नाता था। 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए ही गठबंधन था लेकिन अब आम आदमी पार्टी अकेले विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय ने इस बात की जानकारी दी। कहा कि कांग्रेस के साथ हमारा गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव 2024 के लिए ही था। हमलोगों ने साथ मिलकर पूरी ईमानदारी के साथ चुनाव लड़ने का काम किया। लेकिन अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में हमारा कोई गठबंधन नहीं होगा। गोपाल राय ने आगे कहा कि दिल्ली के अंदर दिल्ली की जनता के साथ मिलकर हम विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और जीत हासिल करेंगे।
बता दें कि इंडी गठबंधन में आम आदमी पार्टी भी शामिल थी। जो लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ रही थी। दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में 4 सीट पर आम आदमी पार्टी और 3 सीट पर कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार उतार रखे थे। हालांकि सभी सीटों पर इंडिया गठबंधन को हार का सामना करना पड़ गया। जिसके बाद आम आदमी पार्टी ने एकला चलो रे के मार्ग पर चलने का मन बना लिया। इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से जब सवाल किया गया था कि कांग्रेस से दोस्ती आगे भी जारी रहेगी तब उन्होंने कहा था कि हमने कांग्रेस के साथ कोई परमानेंट शादी नहीं की है, ना हमारी लव मैरिज हुई है और ना अरेंज मैरिज हुई है। वही आज आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस से नाता तोड़ लिया है।
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