पटना: राजभवन के आदेश के बावजूद आज एक बार फिर वीसी और विश्वविद्यालय कर्मियों ने शिक्षा विभाग की बैठक से किनारा कर लिया। राजभवन की सहमति मिलने के बाद भी कोई भी वीसी और विश्वविद्यालय के पदाधिकारी बैठक में नहीं पहुंचे जिसके बाद शिक्षा विभाग ने बैठक को स्थगित कर दिया। केके पाठक ने पिछले दिनों सभी कुलपतियों का वेतन रोक दिया था। जिसको लेकर वीसी और विश्वविद्यालय कर्मियों में गहरी नाराजगी है।
दरअसल, बिहार में शिक्षा विभाग और राजभवन बीच अधिकारों को लेकर पिछले कई महीने से टशन चल रहा है। शिक्षा विभाग की तरफ से कई पार कुलपतियों और अन्य विश्वविद्यालय कर्मियों की बैठक बुलाई जा चुकी है लेकिन राजभवन से अनुमति नहीं मिलने के कारण वीसी और विश्वविद्यालय कर्मी शिक्षा विभाग की बैठक में शामिल नहीं हो रहे थे।
जिसके बाद शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक ने सभी कुलपतियों का वेतन रोकने और विश्वविद्यालयों का बैंक खाता फ्रीज करने का आदेश दे दिया था। केके पाठक द्वारा कुलपतियों के खिलाफ केस दर्ज करने तक का आदेश जारी किया गया। जिसको लेकर शिक्षा विभाग औ राजभवन के बीच विवाद गहराता चला गया। इसी बीच शिक्षा विभाग ने एक बार फिर कुलपतियों और परीक्षा कंट्रोलर और अन्य पदाधिकारियों की बैठक सह ट्रेनिंग कार्यक्रम आयोजित दिया।
पटना के एक होटल में 28-29 मार्च को बैठक बुलाई गई। राजभवन की तरफ से बैठक में शामिल होने के लिए अनुमति दे दी गई लेकिन बावजूद इसके कोई भी वीसी इस बैठक में शामिल होने के लिए नहीं पहुंचा। किसी भी वीसी और विश्वविद्यालय कर्मियों के बैठक में शामिल होने के बाद एक बार फिर शिक्षा विभाग ने इस बैठक को स्थगित कर दिया। कहा जा रहा है कि केके पाठक को लेकर वीसी और विश्वविद्यालय कर्मियों गहरी नाराजगी है और यही वजह है कि राजभवन से अनुमित मिलने के बावजूद कोई भी कुलपति और विश्वविद्यालय कर्मी बैठक में नहीं पहुंचे।
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